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बुधनी में ट्राइडेंट कंपनी पर आईटी की रेड

इलेक्ट्रॉनिक्स इक्विपमेंट्स, दस्तावेज जब्त

नर्मदापुरम । आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार सुबह सीहोर जिले के बुधनी में ट्राइडेंट ग्रुप ऑफ कंपनीज पर छापा मारा। विभाग को ग्रुप के खिलाफ वित्तीय गड़बडिय़ों की शिकायत मिली है। कार्रवाई पूरी होने के बाद करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी के खुलासे की आशंका है। देशभर में इस ग्रुप के 35 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की गई है। अलग-अलग टीमों ने ग्रुप के निदेशकों, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, मैनेजर और दूसरे अधिकारियों के दफ्तर-घरों पर सर्चिंग की गई।
ग्रुप के जिन ठिकानों पर कार्रवाई की जा रही है, उनमें बुधनी के अलावा दिल्ली, लुधियाना, चंडीगढ़, सिरसा (हरियाणा) और बरनाला (पंजाब) भी शामिल हैं। सर्च ऑपरेशन के दौरान इलेक्ट्रॉनिक्स इक्विपमेंट्स और दस्तावेजों को जब्त किया गया है। कंपनी और इसके अधिकारियों के बीते 10 साल के दौरान हर बड़े बैंकिंग लेन-देन, फायदे-नुकसान से जुड़े दस्तावेज, चल-अचल संपत्तियों को भी खंगाला जा रहा है। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, सर्च ऑपरेशन दो से तीन दिन तक चल सकता है।
बड़ा कारोबार है ग्रुप का
इस ग्रुप का टैक्स्टाइल और पेपर मैन्युफैक्चरिंग में बड़ा नाम है। कंपनी के मालिक राजेंद्र गुप्ता हैं। ग्रुप अपनी कंपनियों में बेडशीट, तौलिया, केमिकल और बिजली के सामान बनाता है। डोमेस्टिक और ग्लोबल फर्नीचर, धागा, एनर्जी वर्क भी किए जाते हैं। विदेशों में भी ट्राइडेंट कंपनी होम टैक्स्टाइल और पेपर मैन्युफैक्चरिंग का कारोबार करती है।
देश-विदेश में कंपनी का काम
बताया जाता है कि इस ग्रुप की देश के अंदर कई बड़ी फैक्ट्रियां हैं। लुधियाना सहित कई ऐसी फैक्ट्री हैं, जो करीब 550 एकड़ में फैली हैं। इससे समझा जा सकता है कि इस कंपनी का फैलाव और कामकाज कितना बड़ा होगा। ग्रुप अपना 75 प्रतिशत प्रोडक्ट विदेशों में सप्लाई करता है। 1990 के दशक में अपनी साधारण शुरुआत से समूह ने एक लंबा सफर तय किया है और वैश्विक बाजार में अपनी पहचान बनाई है। सूती धागे के निर्माता के रूप में शुरू हुई ट्राइडेंट कंपनी ने 1998 में टेरी तौलिए में पहचान बनाई। इसके बाद लगातार ग्रुप का विस्तार हो रहा है।

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