मणिपुर हिंसा की जांच के लिए बनेगा न्यायिक आयोग : अमित शाह
इंफाल । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर हिंसा की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया और सीबीआई द्वारा भी जांच कराने का एलान किया। पीड़ितों को 10-10 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की गई, जिसमें 5 लाख रुपए केंद्र सरकार और 5 लाख रुपए राज्य सर
कार देगी। विभिन्न उपायों की ओर ध्यान देते हुए, शांति समिति का गठन भी किया जाएगा।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मणिपुर दौरे पर हैं। इस दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अमित शाह ने घोषणा की है कि मणिपुर हिंसा की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया जाएगा। साथ ही, सीबीआई द्वारा भी हिंसा की घटनाओं की जांच की जाएगी। गृहमंत्री ने बताया कि हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में इस जांच की प्रक्रिया होगी। अमित शाह ने पीड़ितों को 10-10 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है, जिनमें से 5 लाख रुपए केंद्र सरकार द्वारा और 5 लाख रुपए राज्य सरकार द्वारा दिए जाएंगे। गृहमंत्री ने लोगों से अपील की है कि जिनके पास हथियार हैं, वे हथियार पुलिस के पास जमा कर दें। कल से पुलिस हाथियार समेत जब्ती कार्रवाई करेगी और इस प्रक्रिया के दौरान जिन लोगों के पास हथियार मिलेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राज्य में शांति स्थापित करने के लिए राज्यपाल की अध्यक्षता में एक शांति समिति का गठन किया जाएगा ।
अमित शाह के दौरे के दौरान भड़की हिंसा
वहीं, अमित शाह के दौरे के बीच ही राज्य में फिर हिंसा भड़क गई। दरअसल, उग्रवादियों के साथ हुई गोलीबारी में तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह घटना बिशनुपुर जिले में हुई है। घायलों को इंफाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक खबर के अनुसार, इस घटना का संघर्ष बुधवार रात को तांगजेंग इलाके में स्थित खुंबी पुलिस स्टेशन में हुआ। साथ ही, इंफाल पूर्व के चानुंग इलाके में भी भारी गोलीबारी की खबर है। हालांकि, वहां किसी की मौत की खबर नहीं है। इससे पहले, बुधवार को अमित शाह ने बताया कि सरकार राज्य में शांति स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही, उन्होंने लोगों की सुरक्षित वापसी की गारंटी दी है। अमित शाह ने राहत कैंपों में रह रहे मैती और कुकी जनजाति के लोगों से मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिया कि सरकार सभी की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रही है ताकि वे लोग अपने घरों में सुरक्षित रहें।
हिंसा में अभी तक 80 लोगों की मौत
बता दें कि मणिपुर में करीब एक महीने पहले ट्राइबल सॉलिडेरिटी मार्च के दौरान हिंसा भड़की थी। दरअसल मैती समुदाय के लोग जनजातीय आरक्षण की मांग कर रहे हैं। इसी के खिलाफ मणिपुर के पहाड़ी इलाकों में ट्राइबल मार्च के दौरान हिंसा भड़की। हिंसा में अभी तक 80 के करीब लोगों की मौत हो चुकी है। कई उग्रवादी संगठनों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ की खबरें सामने आई हैं। सेना और पुलिस द्वारा जगह जगह सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं और ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है।