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खा‎लिस्तान समर्थक अमृतपाल गिरफ्तार, एनएसए लगाकर भेजा जेल


अपने करीबी को छुड़ाने हजारों समर्थकों के साथ पु‎लिस पर ‎किया था हमला, आईएसआई से संबंध की आशंका 


चंडीगढ़। ‎पिछले 36 ‎दिनों से फरार चल रहा खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को ‎गिरफ्तार कर ‎लिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार उसको आज मोगा जिले में गिरफ्तार करने के बाद डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया है। अमृतपाल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उसपर एनएसए भी लगा दिया गया है। पंजाब पुलिस और इंटेलिजेंस ब्यूरो की संयुक्त कार्रवाई में अमृतपाल गिरफ्तार हुआ है। गौरतलब है ‎कि अमृतपाल बीते कई दिनों से फरार चल रहा था। पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां लगातार उसकी खोज में जुटी हुई थीं। उसे पकड़ने के लिए देशभर में नेपाल बॉर्डर तक ऑपरेशन चलाए गए थे। वहीं पंजाब पुलिस ने ट्वीट कर अमृतपाल सिंह के गिरफ्तार होने की जानकारी दी। पंजाब पुलिस ने ट्वीट करते हुए कहा ‎कि अमृतपाल सिंह को आज मोगा जिले से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शांति और सद्भाव बनाए रखने का आग्रह करते हुए फर्जी खबर शेयर ना करने का निर्देश दिया है। हाल ही में अमृतपाल का सबसे खास साथी पप्पलप्रीत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वहीं बीती 15 अप्रैल को खास साथी जोगा सिंह फतेहगढ़ साहिब जिले से पकड़ा गया था। वह लगातार पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को चकमा दे रहा था। ‎मिली जानकारी के अनुसार जनरैल भिंडरावाले के पैतृक गांव से अमृतपाल की गिरफ्तारी हुई। इसी गांव में आयोजित एक समारोह में पिछले साल सितंबर के महीने में अमृतपाल को वारिस पंजाब दे का प्रमुख बनाया गया था। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमृतपाल को पकड़ने का ऑपरेशन जॉइंट रहा है। काउंटर इंटेलिजेंस और पंजाब पुलिस की टीम ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है। दरअसल, अमृतपाल को डिब्रूगढ़ भेजे जाने के पीछे कारण यह माना जा रहा है कि पंजाब की जेल में अमृतपाल को रखे जाने के दौरान अमृतपाल अपना नेटवर्क बढ़ा सकता है। इसलिए उसे गैर हिंदी प्रदेश असम के जेल में रखा गया है। ‎विगत 18 मार्च से ही अमृतपाल सिंह फरार चल रहा था। तीन-चार दिन पहले ही अमृतपाल मोगा पहुंचा था। होशियारपुर के बाद अभी तक काफी जगह अपने ठिकाने बदले थे। अमृतपाल सिहं ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का चीफ है। वह अलग देश खालिस्तान की मांग कर रहा है। वह कुछ दिन पहले ही दुबई से लौटा था। ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन को पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू ने बनाया था। दीप सिद्धू की मौत के बाद अमृतपाल ने इसपर कब्जा कर लिया। उसने भारत से आकर संगठन में लोगों को जोड़ना शुरू किया। अमृतपाल के भारत वापस लौटने को आएसआई के प्लान का हिस्सा बताया जाता है। अमृतपाल सबसे पहले इसी साल 23 फरवरी को चर्चा में आया था। उसने अजनाला पुलिस स्टेशन में अपने करीबी को छुड़ाने के लिए हजारों समर्थकों के साथ हमला बोल दिया था। इस हमले में 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इसके बाद उसने कई टीवी चैनलों में दिये इंटरव्यू में अलग खालिस्तान की मांग की थी।

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