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मार्कफेड की लचर परिवहन व्यवस्था से जिले में कर्मचारियों की जान खतरे में
धान उपार्जन केंद्र में हाथी चट कर गया 20 कट्टी धान, सहमे ग्रामीण
* उप पंजीयक से उठाव में तेजी लाने सहित पर्याप्त इंतजाम की सहमे कर्मचारियो ने की मांग
कोरबा । जिले में मार्कफेड की लचर धान परिवहन की व्यवस्था से अब जिले में धान खरीदी कर रहे कर्मचारियों की जान पर बन आई है। बताया जा रहा हैं की शनिवार की रात उपार्जन केंद्र चचिया में एक हाथी फेंसिंग की सुरक्षा घेरा को रौंदते हुए उपार्जन के केंद्र में घुस आया और मौके पर ही हजारों क्विंटल रखे गए धान में से 20 क्विंटल धान चट कर गया।
समिति के सहमे कर्मचारियों ने ग्रामवासियों के सहयोग से घंटो मशक्कत के बाद हाथी को केंद्र से भगाया। घटना के बाद जहां कर्मचारी, ग्रामीण सहमे हुए हैं, वहीं समिति के फड़ प्रभारी ने रविवार को उप पंजीयक सहकारी संस्था को पत्र लिखकर घटना से अवगत कराते हुए शीघ्र धान के उठाव नहीं होने पर खरीदी प्रभावित होने की बात कही है।
फड़ प्रभारी ने पत्र में उल्लेख किया है कि जिले के वनांचल धान खरीदी (उपार्जन) केंद्र चचिया में शासन-प्रशासन की मंशानुरूप, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य सुचारु रूप से जारी है। लेकिन घने जंगलों में हाथियों के विचरण क्षेत्र के बीच अवस्थित उपार्जन केंद्र में जंगली जानवरों एवं असमाजिक तत्वों से धान की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। बताया जा रहा हैं की मार्कफेड की लचर परिवहन व्यवस्था के कारण उपार्जन केंद्रों में जाम धान की सुरक्षा अत्यंत चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। लचर परिवहन व्यवस्था के कारण उपार्जन केंद्र में जाम पड़े धान की सुंगध पाकर 13 जनवरी की रात्रि में एक हाथी फेंसिंग का सुरक्षा घेरा को तोड़कर खरीदी केंद्र में घुस आया और फड़ में रखे लगभग 20 कट्टी धान को खाकर चट कर गया। हाथी ने बारदानों को भी फाड़कर नुकसान पहुंचाया है। इस घटना से भयभीत समिति के कर्मचारियों ने ग्रामवासियों को बुलाकर हाथी को खदेड़ने घंटो अथक प्रयास किया। तब जाकर किसी तरह हाथी वहा से भागा। उक्त घटना की सूचना वन विभाग को भी दे दी गई है। लेकिन घटना के बाद से समिति के कर्मचारी सहित ग्रामवासी भयभीत हैं और क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। भविष्य में धान के लालच में हाथी का उपार्जन केंद्र में पुनः उत्पात एवं नुकसान मचाने की आशंका बनी हुई है। जिससे जनहानि होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
फड़ प्रभारी ने उप पंजीयक सहकारी संस्थाएँ को इस संबंध में उचित पहल करते हुए मार्कफेड से धान का उठाव तत्काल करवाने का कष्ट करने आग्रह किया है ताकि उपार्जन केंद्र में निर्भीक रूप से शासन की मंशानुरूप धान खरीदी का कार्य सुचारु रूप से जारी रखा जा सके, अन्यथा अभी की स्थिति में धान खरीदी एवं रख-रखाव का कार्य प्रभावित होने की आशंका जताई गई है। पत्र की प्रतिलिपि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के नोडल अधिकारी, डीएमओ मार्कफेड एवं जिला खाद्य अधिकारी को दी गई है। 7 राइस मिलरों को 5 हजार 180 क्विंटल धान के उठाव के लिए 19 डीओ काटा गया हैं पर यक्ष प्रश्न यह हैं की क्या समय पर उठाव होगा ?