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महिला कांग्रेस ने भोपाल में बच्ची के साथ हुई रेप की घटना पर जताया विरोध, गृहमंत्री से की इस्तीफे की मांग : विभा पटेल

प्रदेश में असामाजिक तत्वों में कानून का जरा भी खौंफ नहीं, कमिश्नर प्रणाली भी ध्वस्त : विभा पटेल

महिला कांग्रेस ने घटना की जांच हेतु एसीपी को सौंपा ज्ञापन
भोपाल । महिलाओं का भाई, बच्चियों का मामा बताने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राज में महिलाओं और बच्चियों के साथ वेदनाओं और पीड़ाओं का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है और प्रदेश लगातार इन घटनाओं से शर्मसार होने का देश में कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। 
 मप्र महिला कांग्रेस की अध्यक्ष श्रीमती विभा पटेल ने बीते गुरूवार को कमला नेहरू नगर थानांतर्गत आठवी कक्षा की एक छात्रा के साथ दो युवकों द्वारा की गई दुष्कर्म की घटना को घोर निंदनीय बताते हुए शिवराज सरकार के गृहमंत्री और उनकी कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाये हैं। उन्होंने कहा कि राजधानी में एक ही दिन में दुष्कर्म की सात घटनाएं जहन को हिला देने वाली घटनाएं हैं। लेकिन सवाल प्रदेश सरकार और उसके गृह विभाग पर खड़ा होता है, जहां अपराधियों की आंखों में कानून का जरा भी खौफ नजर नहीं आता, आखिर महिलाओं, मासूम बच्चियों के साथ बढ़ते दुष्कर्म की घटनाओं को रोकने में सरकार नाकाम क्यों हैं? नयी कमिश्नर प्रणाली भी ध्वस्त क्यों हैं?
 श्रीमती विभा पटेल ने बीते दिन राजधानी में हुई दुष्कर्म की घटनाओं के विरोध में रोशनपुरा चौराहे पर धरना-प्रदर्शन कर शिवराज सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग करते हुए एसीपी को ज्ञापन सौंपा। साथ ही मुख्यमंत्री से गृहमंत्री को तत्काल पद से बर्खास्त करने की मांग की।
 श्रीमती पटेल ने सौंपे ज्ञापन में कहा कि पुलिस की तमाम सख्ती और कठोर कार्यवाही करने के दावे के बावजूद असामाजिक तत्वों में कानून का डर नहीं है। भोपाल सहित पूरे प्रदेश में महिलाओं, युवतियों समेत मासूम बच्चियों के खिलाफ बढ़ते अपराध रुकने का नाम ही नहीं ले रहे। 13 वर्ष की 8 वीं कक्षा की स्कूली छात्रा के साथ दो युवकों ने दुष्कर्म किया है आरोपियों ने इससे पहले बच्ची से मारपीट कर नशे की गोली खिलाई, सुबह होश आने पर बच्ची जैसे-तैसे घर पहुंची और परिजन के साथ थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। 
श्रीमती पटेल ने कहा कि इतना ही नहीं मांडवा बस्ती में ही 8 जून 2019 की रात को 9 साल की बच्ची से रेप कर हत्या कर दी गई थी। वीभत्स हालत में बच्ची की लाश मिली थी। सबूतों के आधार पर कोर्ट ने आरोपी विष्णु भामौरे को फांसी की सजा सुनाई थी। हालांकि, उसे अब तक फांसी नहीं हुई है। भोपाल में गुरुवार-शुक्रवार को रेप के कुल सात मामले सामने आए हैं। इन घटनाओं से हड़कंप है। महिलाएं, युवतियों में दहशत है। आम आदमी अपनी बच्चियों, लड़कियों, महिलाओं को लेकर खुद को असुरक्षित समझ रहा है। कामकाजी युवतियां और महिलाएं सड़कों पर निकलने से डर रही है। 
श्रीमती पटेल ने सरकार से कहा कि आपकी अधीनस्थ पुलिस व्यस्ततम मार्गों एवं चौराहों पर चैकिंग करते तो दिखाई देती है, लेकिन तंग इलाकों, झुग्गी बस्तियों एवं संवेदनशील क्षेत्रों में पैदल गश्त करने से कतराती है। मादक द्रव्यों का कारोबार करने वालों, जुआं-सट्टा खिलाने, आपराधिक सोच के व्यक्तियों एवं संदिग्धों की धरपकड़ नहीं करतीं। शायद इसकी बड़ी वजह ऐसे तत्वों को सत्ता पक्ष के कुछ लोगों का संरक्षण हो। 
मध्यप्रदेश महिला कांग्रेस आग्रह है कि पुलिस वीआईपी ड्यूटी तक न सिमटी रहे। आपराधियों के साथ वैधानिक कार्यवाही इतनी मजबूती के साथ हो कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति न हो सके। 
धरना प्रदर्शन में पूर्व मंत्री एवं विधायक पी.सी. शर्मा, महिला कांग्रेस कार्यकरी अध्यक्ष तस्लीम लश्करी, भोपाल शहर कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा, भोपाल शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष संतोष कसाना, पूर्व पार्षद मोनू सक्सेना, राजलक्ष्मी नायक, सहाना खान, फरजाना खान, बैशाली डुमने, पल्लवीराज सक्सेना, दीप्ति जैन, कुसुम पाल सहित बड़ी संख्या में महिला कांग्रेस की पदाधिकारी, कार्यकर्ता और कांग्रेसजन उपस्थित थे। 

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