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मसाई ग्रुप कंपनी प्रेपलीफ ने कॉलेज स्टूडेंट्स के लिये कॅरियर एक्सीलरेटर प्रोग्राम पेश किया
कॅरियर एक्सीलरेटर प्रोग्राम 10 लाख रुपये सालाना के औसत वेतन के साथ टॉप कंपनियों में गारंटीड नौकरी दिलाएगा
बेंगलुरु । भारत में सबसे तेजी से बढ़ रहे जॉबटेक इंस्टिट्यूट, मसाई स्कूल की ग्रुप कंपनी प्रेपलीफ ने कॉलेज स्टूडेंट्स के लिये अपने पहले परिणाम-आधारित प्रोग्राम की घोषणा की है। कॅरियर एक्सीलरेटर प्रोग्राम (सीएपी) सभी स्तरों- फर्स्ट ईयर, सेकंड ईयर और प्री-फाइनल ईयर, के सभी शैक्षणिक पृष्ठभूमि वाले विद्यार्थियों के लिये खुला है, ताकि उन्हें अपने कॅरियर की संभावनाएं बढ़ाने का मौका मिल सके। इसके लिये उन्हें तकनीकी ज्ञान और फिर नियुक्ति में सहयोग के साथ सशक्त किया जाएगा। कंपनी ऐसे विद्यार्थियों को मुफ्त रिफंड्स देगी, जिन्हें कोर्स पूरा होने के 1 साल के भीतर 5 लाख प्रतिवर्ष से ज्यादा की नौकरी नहीं मिलेगी।
अपनी तरह के पहले, 24 महीने के इस कॅरियर एक्सीलरेटर प्रोग्राम का लक्ष्य उभरते प्रोग्रामर्स को सही संरक्षण, तकनीकी प्रशिक्षण और नियुक्ति के अवसर देना है, ताकि वे अपने कॅरियर की शुरूआत में ही टेक इंडस्ट्री में मजबूती से स्थापित हो सकें। यह सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट प्रोग्राम डीएसए, पाइथन, रियेक्ट एण्ड रिडक्स, एमईआरएन, सीएसएस, एचटीएमएल और जेएस जैसे पहलुओं में टेक ट्रेनिंग देगा। यह कोर्स टॉप कंपनियों के साथ इन-कोर्स इंटर्नशिप्स पाने में भी विद्यार्थियों की मदद करेगा और कोर्स के पूरा होने पर राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) का प्रमाणपत्र देगा।
कॅरियर एक्सीलरेटर प्रोग्राम के बारे में मसाई स्कूल के सीईओ और सह-संस्थापक प्रतीक शुक्ला ने कहा, “टेक्निकल रोल्स, खासकर सॉफ्टवेयर डेवलपर्स के लिये जॉब मार्केट में आने वाले वर्षों में वृद्धि जारी रहेगी। हमारा विचार हमेशा से भारत में कौशल की कमी को दूर करने का रहा है और कॅरियर एक्सीलरेटर प्रोग्राम के साथ हम कॉलेज स्टूडेंट्स को कॉलेज में पढ़ते हुए उद्योग में मांग वाले कौशल विकसित करने का मौका दे रहे हैं। हमारे साथ भागीदारी करने वाले कॉलेज भी इसे लेकर रोमांचित हैं, क्योंकि अभ्यास पर आधारित हमारे सिखाने के तरीके और अध्यापन की कला कॅरियर की असली क्षमता में आने के लिये उनके विद्यार्थियों की मदद कर सकती है।”
विद्यार्थी साप्ताहिक लाइव क्लासेस में पढ़ेंगे और उनके पास वीडियो रिसोर्सेस भी होंगे, ताकि कॉलेज की पढ़ाई के साथ ताल-मेल बैठाने के लिये लचीलापन मिल सके। यह प्रीपेड कोर्स न केवल तकनीकी कौशल विकास करेगा, बल्कि 100 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स डेवलप करने और व्यवहार कुशलता विकसित करने पर केन्द्रित होने में भी विद्यार्थियों की मदद करेगा, जैसे कि इंटरव्यू की तैयारी और धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलना। विद्यार्थियों के पास रिविजन और प्लेसमेंट की तैयारी के लिये एक पूरा सेमेस्टर भी होगा।
इस पहल जो बात सबसे अनूठी है वह यह कि इस प्रोग्राम को टॉप टेक मेंटर्स ने तैयार किया है, ताकि कॉलेज के विद्यार्थियों को उद्योग के लिये तैयार सॉफ्टवेयर डेवलपर्स बनाया जा सके। सीएपी के मेंटर्स में आईआईटी मुंबई, आईआईटी कानपुर, आईआईटी खड़गपुर, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेज़न, आदि के टॉप एज्युकेटर और बिजनेस लीडर हैं। यह प्रीपेड प्रोग्राम कोर्स पूरा होने के बाद 1 साल के भीतर नियुक्ति नहीं होने पर पूरा रिफंड भी देता है।
मसाई स्कूल ने दिसंबर 2021 में प्रेपलीफ का अधिग्रहण किया था। दोनों कंपनियों ने कॉलेज के विद्यार्थियों के प्लेसमेंट की तैयारी के लिये कई निशुल्क रिसोर्सेस बनाए हैं। उन्होंने हाल ही में एक मासिक कोडिंग प्रतियोगिता भी लॉन्च की है, जिसमें 1 लाख रूपये तक के इनाम हैं। यह प्रतियोगिता हर महीने के अंतिम शनिवार को होगी।