योगी सरकार के छह सालों में 10 हजार से अधिक एनकाउंटर
Lakhnau : देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की साल 2017 में बागडोर संभालने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार को प्राथमिकता दी। सरकार ने अपराध के प्रति जीरो टालरेंस की नीति अपना रखी है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, 2017 के बाद से 10,713 एनकाउंटर हुए हैं, जिनमें से सबसे अधिक 3,152 एनकाउंटर मेरठ पुलिस द्वारा किए गए, जिसमें 63 अपराधी मारे गए और 1,708 गिरफ्तार किए गए। इसके बाद आगरा पुलिस है, जिसने 1,844 मुठभेड़ों को अंजाम दिया, जिसमें 14 खूंखार अपराधी मारे गए, 4,654 गिरफ्तार किए गए, जबकि 55 पुलिस कर्मी घायल हुए। आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2017 से लेकर मार्च 2023 तक यूपी पुलिस ने 23,125 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इनमें कई खूंखार अपराधी भी शामिल हैं। इनमें मुजफ्फरनगर का संजीव उर्फ जीवा लखनऊ जेल में बंद है। नोएडा का सुंदर भाटी उर्फ नेताजी हमीरपुर में, नोएडा का अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर महाराजगंज में, नोएडा का अनिल भाटी कौशांबी में, नोएडा का सिंहराज भाटी फैजाबाद में, मुजफ्फरनगर का सुशील मूंछ कानपुर में, नोएडा का अंकित गुर्जर महाराजगंज में, गाजियाबाद का अमित कसाना नोएडा में, शामली का आकाश जाट गाजियाबाद में, मेरठ का उधम सिंह आजमगढ़ में, मेरठ का योगेश भदौड़ा सिद्धार्थनगर में और बागपत का अजीत उर्फ हप्पू बरेली जेल में बंद है। इतना ही नहीं योगी सरकार के छह सालों में कई खूंखार अपराधी दूसरी दुनिया में पहुंच दिए गए। अब तक एनकाउंटर में मारे गए अपराधियों की संख्या 183 पहुंच चुकी है। इनमे पांच-पांच लाख के चार इनामी भी शामिल है। मारे गए सभी अपराधियों पर 75 हजार से लेकर पांच लाख तक के इनाम घोषित थे।