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MP Politics: एमपी से टूट गया कमलनाथ का मन, अब वापस लौटेंगे दिल्ली?

भोपाल । पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के प्रदेश को छोड़कर दिल्ली की राजनीति में जा सकते है। कमलनाथ के राज्यसभा जाने की अटकलें तेज हो गई है। उन्होंने 13 फरवरी को कांग्रेस के सभी विधायकों को डिनर पर आमंत्रित किया है। उनकी इस पार्टी को राज्यसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।

मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ को लेकर कई अटकलें चल रही है। इसमें कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने की भी चर्चा है। इस बीच उनकी दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात हुई। जिसके बाद चर्चा शुरू हो गई कि वह मध्य प्रदेश की राजनीति छोड़कर दिल्ली की राजनीति में सक्रिय होंगे। प्रदेश में पांच राज्यसभा की सीटें खाली हो रही है। इसमें चार भाजपा और एक कांग्रेस के पास है। चर्चा है कि वह राज्यसभा जा सकते है। कमलनाथ ने 13 फरवरी को कांग्रेस के सभी विधायकों को डिनर पर आमंत्रित किया है। उनकी इस डिनर पार्टी को राज्यसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।  

राज्यसभा के यह नेता है दावेदार 

कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा सीट के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, कमलेश्वर पटेल समेत कई नेताओं को दावेदार माना जा रहा है। इस बीच शनिवार को पूर्व सीएम कमलनाथ ने अपने बेटे नकुलनाथ के साथ सोनिया गांधी के साथ मुलाकात की। ऐसा माना जा रहा है कि इस चर्चा में उन्होंने छिंदवाड़ा की सीट से फिर से नकुलनाथ को प्रत्याशी बनाने और खुद को राज्यसभा भेजने की इच्छा जताई है।  
नाथ छिंदवाड़ा से नौ बार सांसद रहे 
पूर्व सीएम कमलनाथ 1980 से 2019 तक छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से नौ बार सांसद रहे हैं। उन्होंने 2018 में विधानसभा चुनाव से छह माह पहले प्रदेश में पार्टी की कमान संभाली थी। इसमें कांग्रेस को 114 सीटें मिली थी और सहयोगियों की मदद से कांग्रेस ने सरकार बनाई। कमलनाथ मुख्यमंत्री बनें। हालांकि कांग्रेस की 15 माह की सरकार में ही ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए और नाथ सरकार गिर गई। 
2023 को चुनाव नाथ ने सीएम पद के चेहरे पर लड़ा
कांग्रेस ने 2023 का विधानसभा चुनाव कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में लड़ा। हालांकि 230 सीटों में से भाजपा 163 और कांग्रेस सिर्फ 66 सीटें ही जीत सकी। शनिवार को पूर्व सीएम ने सोशल मीडिया पर लिखा कि आज देश में विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है और लोकतंत्र पर हमला किया जा रहा है। केवल कांग्रेस और उसकी विचाराधारा ही तानाशाही का मुकाबला कर सकती है। इस देश को दुनिया को सबसे सुंदर और मजबूत लोकतंत्र बना सकती है। हम गांधीजी, नेहरूजी और अंबेडकरजी के रास्ते पर चलकर एक स्वर्णिम भारत बनाएंगे।  
 
27 फरवरी को चुनाव की तारीख का एलान
एमपी में दो अप्रैल 2024 को राज्यसभा की पांच सीटें खाली हो जाएगी। इसमें चार भाजपा और एक कांग्रेस की सीट हैं। इनके लिए 27 फरवरी को चुनाव कराया जाएगा। भाजपा की तरफ से केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद प्रधान, केंद्रीय मत्स्य पालन और पशुपालन राज्य मंत्री एल मुरुगन, कैलाश सोनी और अजय प्रताप सिंह है। वहीं, कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य राजमणि पटेल का कार्यकाल दो अप्रेल को पूरा हो रहा है। प्रदेश की 11 राज्यसभा सीटों में से तीन सीट अभी कांग्रेस के पास है।  

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