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नियोलैक्‍टा लाइफ साइंस ने भारत में 1 लाख से ज्‍यादा प्रीटर्म शिशुओं को दी मदद

बेंगलुरु । नियोलैक्‍टा लाइफसाइेंस ने मानव दूध के खास उत्‍पादों की अपनी श्रृंखला से भारत में एक लाख से ज्‍यादा प्रीटर्म शिशुओं के जीवन को सकारात्‍मक तरीके से प्रभावित करने की उल्‍लेखनीय उपलब्धि की घोषणा की है। यह कंपनी समय से पहले जन्‍म लेने वाले (प्रीटर्म) शिशुओं की सेहत और जिन्‍दगी को बेहतर बनाने के लिये समर्पित एक अग्रणी कंपनी है। समय से पहले जन्‍म हो जाना सार्वजनिक स्‍वास्‍थ्‍य की एक बड़ी चिंता है और भारत में खासतौर से इसकी मौजूदगी है। आकलन के अनुसार भारत में हर साल 3 मिलियन प्रीटर्म शिशु जन्‍म लेते हैं, जो कि पूरी दनिया में होने वाले जन्‍मों का 1/5 है।

इस ऐतिहासिक उपलब्धि को यादगार बनाने के लिये कंपनी ने “LAKH-shya” नामक एक देशव्‍यापी पहल शुरू की है। यह पहल स्‍वास्‍थ्‍यरक्षा पेशेवरों (एचसीपी), डोनर माताओं और प्रीटर्म शिशुओं के पैरेंट्स के अनमोल योगदानों का सम्‍मा‍न करती है। यह पहल एक्‍सक्‍लूसिव ह्यूमन मिल्‍क डाइट (ईएचएमडी) को अपनाने के लिये उनकी अटूट प्रतिबद्धता का सम्‍मान और सराहना भी करती है। नवजात शिशुओं के पोषण की ओर उनकी यात्रा में यह एक महत्‍वपूर्ण मील का पत्‍थर है। 
इस उपलब्धि को हासिल करने के बारे में नियोलैक्‍टा लाइफसाइंसेस के कंट्री जीएम सुनील श्रीकाकुला ने कहा, ‘’अपनी शुरूआती उपलब्धि से हम खुश हैं और हम समझते हैं कि हमारा प्रभाव हमारे उत्‍पादों से कहीं बढ़कर रहा है। हमारा मानना है कि हमने प्रीटर्म शिशुओं के लिये मानव दूध के फायदों पर जागरूकता पैदा करने में एक महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत में ह्यूमन मिल्‍क बैंकों की संख्‍या बढ़ना प्रीटर्म शिशुओं की पोषण सम्‍बंधी आवश्‍यकताओं को प्राथमिकता देने में सभी साझीदारों के संयुक्‍त प्रयास कर प्रमाण है। अपनी सफलता से उत्‍साहित होकर हम एक महत्‍वकांक्षी लक्ष्‍य के साथ आगे बढ़ने के लिये प्रतिबद्ध हैं। वह लक्ष्‍य है 2030 तक 1 मिलियन शिशुओं को प्रभावित करना। हमारी यात्रा जारी रहेगी, क्‍योंकि हम शिशुओं के जीवन में लंबे समय का और सकारात्‍मक बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं। इस प्रकार अगली पीढ़ी की शुरूआत सेहतमंद रहेगी।‘’ 
सभी साझीदारों के प्र‍ति आभार जताते हुए उन्‍होंने आगे कहा, ‘’इस महत्‍वपूर्ण उपलब्धि का जश्‍न मनाते हुए नियोलैक्‍टा लाइफसाइंसेस अपने स्‍वास्‍थ्‍यरक्षा पेशेवरों, भागीदारों और शिशुओं के परिवारों की उनके भरोसे और सहकार्य के लिये गंभीरता से प्रशंसा करती है। हमें अपने प्रभाव को बढ़ाने, ज्‍यादा से ज्‍यादा प्रीटर्म शिशुओं तक पहुँचने और देश में नवजात शिशुओं की देखभाल के मानक मजबूत बनाने में योगदान देने की आशा है।‘’
समय से पहले जन्मे शिशुओं के लिए मां का दूध कितना जरूरी है, ये जानते हुए नियोलैक्‍टा लाइफसाइंसेस ने मानव दूध पर आधारित उत्‍पादों की एक क्रांतिकारी श्रृंखला पेश की है। नियोलैक्‍टा एशिया की पहली कंपनी है, जिसने प्रीटर्म शिशुओं की पोषण सम्‍बंधी आवश्‍यकताओं पर व्‍यापक काम किया है। कंपनी ने चुनौती के समय में ऐसे परिवारों को सहयोग देने के लिये एक महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है। 
शोध एवं विकास के लिये कंपनी की स्‍थायी प्रतिबद्धता नवजात शिशुओं के पोषण में नवाचारों को लगातार प्रेरित कर रही है। इससे प्रीटर्म शिशुओं की देखभाल के भविष्‍य को लेकर आशा मिल रही है। नियोलैक्‍टा कमजोर प्रीटर्म शिशुओं की जान बचाने और उनके जीवन की महत्‍वपूर्ण शुरूआती अवस्‍थाओं में उनके परिवार को सहयोग देने के लिये समर्पित है।

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