तेलअवीव। इजराइल और हमास के बीच लगभग तीन महीने से जंग चल रही है। हजारों लोगों की जान चली गई है लेकिन युद्ध थमता नहीं दिख रहा है। वहीं हमास भी इजरायल के सामने निरंतर चुनौतियां खड़ी कर रहा है। ऐसे में इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का गुस्सा भी सातवे आसमान पर पहुंच गया है। उन्होंने हमास को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि हमास को जल्द से जल्द सरेंडर कर देना चाहिए। यदि ऐसा नही होता है तो उन्हे मरने के लिए भी तैयार होना चाहिए। एक रिपोर्ट में कहा है कि इजराइल ने गाजा में स्थायी रूप से लड़ाई बंद करने की हमास की मांग को खारिज कर दिया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध को लेकर अपने पुराने स्टैंड को ही दोहराया है। उन्होंने कहा है कि जब तक हमास को पूरी तरह से नष्ट नहीं किया जाता और बंधकों को सुरक्षित और स्वस्थ रिहा नहीं किया जाता तब तक लड़ाई बिल्कुल भी नहीं रुकेगी।
इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा कि हमास को एक सरल विकल्प दिया गया था- या तो वे आत्मसमर्पण कर दे, या मर जाए। उनके पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है।गाजा पर जमीनी हमले में अब तक कम से कम 134 इजरायली सैनिक मारे गये हैं और लगभग 740 घायल हुये हैं। संयुक्त राष्ट्र ने इजरायली सेना के हवाला से यह जानकारी दी है। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा की लड़ाई में तीन और इजरायली सैनिकों के मारे गये हैं जिनमें बटालियन 931 में एक 19 वर्षीय सार्जेंट और 20 और 21 साल के दो लेफ्टिनेंट शामिल हैं।
इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने कहा कि उसने लेबनान में हिजबुल्लाह आंदोलन के एक ऑपरेशनल कमांड सेंटर पर हमला किया है। आईडीएफ ने बुधवार को टेलीग्राम पर एक बयान में कहा कि आईडीएफ लड़ाकू विमानों ने लेबनान में हिजबुल्ला के ऑपरेशनल कमांड सेंटर पर हमला किया। आईडीएफ ने कहा कि उसके सैनिकों ने मेतुला क्षेत्र में सीमा के पास लेबनान से सुरक्षा बाड़ के पास आने वाले कई आतंकवादियों की पहचान की। आईडीएफ सैनिकों ने उन पर गोलियां चलाईं। आपको बता दें कि इसी साल सात अक्टूबर को हमास ने सीमा पार गाजा पट्टी से इजरायल के खिलाफ बड़े पैमाने पर रॉकेट हमला किया, जिसमें 1,200 से ज्यादा लोग मारे गए और लगभग 240 अन्य को बंधक बना लिया। इजरायल ने जवाबी हमले शुरू किया, गाजा की पूर्ण नाकाबंदी का आदेश दिया और हमास के लड़ाकों को खत्म करने और बंधकों को बचाने के घोषित लक्ष्य के साथ फिलिस्तीनी एन्क्लेव में जमीनी घुसपैठ शुरू की। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि इस संघर्ष में अबतक गाजा में 20,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
गाजा में 10 सप्ताह से अधिक समय पहले युद्ध शुरू होने के बाद से क्षेत्र में पर्याप्त खाद्य पदार्थों के नहीं पहुंचने के कारण पांच लाख से अधिक लोग भुखमरी का सामना कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र द्वारा गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। विश्व खाद्य कार्यक्रम के मुख्य अर्थशास्त्री आरिफ हुसैन ने कहा, यह ऐसी स्थिति है जहां गाजा में लगभग हर कोई भुखमरी का सामना कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इजरायल और हमास के बीच युद्ध इसी स्तर पर जारी रहा तो अगले छह महीनों के भीतर भुखमरी की भयंकर स्थिति बन जाएगी।