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वसन्तोत्सव पर बच्चों का विद्या अध्ययन आरंभ और उपनयन संस्कार हुए
भोपाल । अशोका गार्डन के सुभाष कालोनी स्थित मां भवानी शिव हनुमान मंदिर में मां सरस्वती का पूजन कर धूमधाम से वसंत पंचमी पर्व मनाया गया। यहां नौनिहालों की जिव्हा पर शहद से ऊँ लिखकर वैदिक ब्राह्मणों द्वारा विधि-विधान से विद्या अध्ययन आरंभ कराई गई। पंडित राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि मां सरस्वती विद्या, बुद्धि के साथ ही कला और संगीत की भी अधिष्ठात्री हैं। विद्या अध्ययन एवं ज्ञान अर्जन के आरंभ में मां सरस्वती की आराधना से सफलता मिलती है। पढ़ाई में सफलता प्राप्त करने के लिए सरस्वती मां का आशीर्वाद परम आवश्यक है। मां भवानी शिव हनुमान मंदिर में हर वर्ष की तरह धूम से वसंतोत्सव मनाया गया। बच्चों का उपनयन संस्कार किया गया। दरअसल यह पर्व शरद ऋतु की विदाई के साथ माघ शुक्ल पंचमी जहां एक ओर ऋतुराज वसंत के आगमन का सूचक है वहीं दूसरी ओर संगीत व विद्या की देवी वीणावादिनी मां सरस्वती के अवतरण का दिन भी है। बसन्त पंचमी के पर्व से ही बसंत ऋतु का आगमन होता है। शांत, ठंडी, मंद वायु, कटु शीत का स्थान ले लेती है तथा सबको नवप्राण व उत्साह से स्पर्श करती है। पंडित अनिल दुबे शास्त्री के अनुसार मां सरस्वती शांति का प्रतीक हैं। देवी के चार हाथ मन, बुद्धि, सतर्कता और अहंकार का प्रतीक हैं। अतएव सभी को विशेष रूप से विद्यार्थियों को सरस्वती मां का पूजन अवश्य करना चाहिए। कार्यक्रम में पंडित राकेश चतुर्वेदी प्रेम गुरु (सांसद प्रतिनिधि) संध्या मिश्रा, रामरतन बघेल, अनिल दुबे शास्त्री धीरेंद्र सिंह चौहान, प्रेमसिंह रघुवंशी, सहित अन्य श्रद्धालु उपस्थित रहे।