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पालतू श्वान को मालिक ने कहा-गेटआउट, तो किया हमला

मालिक को बुरी तरह नोचा, कर दिया लहुलुहान

भोपाल । पालतू श्वान को मालिक ने गेटआउट कह दिया तो वह भडक गया और अपने मालिक पर ही हमला कर दिया। श्वान के हमले में मालिक बुरी तरह से घायल हो गए। रोटविलर नस्ल के श्वान ने दांत गडाकर मालिक को लहुलुहान कर दिया। यह घटना प्रदेश के ग्वालियर जिले की है। परिजन आनन-फानन में घायल मालिक तेजेन्दर को अस्पताल लेकर पहुंचे जहां सर्जरी विभाग में उनको भर्ती कर लिया गया। लगभग 15 मिनट तक रोटविलर की जकड़ में आए तेजेंद्र खुद को बचाने की कोशिश करते रहे, बमुश्किल उसके जबड़े से वह छूट तो गए, लेकिन तब तक लहूलुहान हो चुके थे। बताते है कि हरियाणा के पानीपत में एक श्वान अपने केयर टेकर को मारकर खा गया था। केयर टेकर काफी देर तक श्वान से जूझता रहा, लेकिन श्वान ने उसे नहीं बख्शा। सामुदायिक चिकित्सा विभाग की ओपीडी में पहले तेजेन्दर का परीक्षण कर रैबीज इंजेक्शन लगाया गया। 63 वर्षीय तेजेन्दर रोटविलर के हमले के शिकार हुए। हाथ और पैर में गहरे घाव होने के चलते तेजेन्दर को भर्ती कर लिया गया। उनके हाथ और पैर में करीब एक दर्जन से अधिक घाव हैं। ऐसे में उनको आधा सैकड़ा से अधिक टांके लगे। सोमवार को ग्वालियार के सामुदायिक चिकित्सा विभाग की ओपीडी में 98 और जिला अस्पताल की ओपीडी में 144 डाग बाइट के मामले पहुंचे। रोटविलर अपने एग्रेशन के लिए काफी बदनाम है। इसके चलते यूरोप और अमेरिका के कई हिस्सों में रोटविलर को घर पर पालना बैन है, हालांकि भारत में इस ब्रीड को पालने को लेकर किसी तरह का कोई बैन नहीं है। जानवरों के लिए काम करने वाली संस्था एनिमल पीपुल की एक रिसर्च के मुताबिक पिटबुल दुनिया की सबसे खतरनाक डाग ब्रीड है। रोटविलर दूसरे नंबर पर है। वेटनरी डाक्टर बताते हैं कि रोटविलर जब गुस्से में हो तो किसी पर भी हमला कर सकता है फिर चाहे वह शेर ही क्यों न हो। डॉक्टर बताते है कि रोटविलर नस्ल के कुत्ते का डीएनए भेड़िए के डीएनए से 99 प्रतिशत मैच करता

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