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सौ बिहारी मिलकर भी नहीं करते एक गुजराती जैसी कमाई : प्रशांत किशोर

पटना । बिहार को लेकर एक कहावत मशहूर है कि एक बिहारी सौ पर भारी, लेकिन प्रशांत किशोर इससे उलट कह गए हैं। जनसुराज यात्रा के संयोजक प्रशांत किशोर का कहना है कि सौ बिहारी मिलकर भी एक गुजराती जैसी कमाई नहीं कर सकते हैं।

जनसुराज यात्रा के संयोजक प्रशांत किशोर का कहना है कि एक बिहार सौ पर भारी कहने में मजा तो बहुत आता है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। उन्होंने तीखे लहजे में कहा कि आप लोगों को तो गुजरात के लोग नौकर बनाकर खटा रहे हैं। अब भी अगर आप लोग नहीं सुधरे तो कुछ नहीं होने वाला है। इस बयान ने बतला दिया है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रशांत किशोर भी फुल फार्म में आ चुके हैं। यही वजह है कि अब उनके बयान का भी वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल हो रहे वीडियो में प्रशांत किशोर बतला रहे हैं कि बिहार और गुजरात के लोगों में कमाई को लेकर कितना अंतर है। यही वजह है कि प्रशांत यहां बताने की कोशिश कर रहे कि कैसे सौ बिहारी मिलकर भी एक गुजराती को कमाई में पीछे नहीं छोड़ सकते हैं। इस वीडियो में प्रशांत किशोर ने कहा कि अभी छैला बिहार गा रहे हैं- एक बिहारी सौ पर भारी। यह सुन आप सब को बड़ा मजा आ रहा है। अरे यहां तो सौ बिहारी एक गुजाराती के बराबर भी नहीं कमा रहे हैं। वो आगे कहते हैं कि एक गुजराती सौ बिहारी को अपने यहां नौकर बनाकर खटा रहा है, लेकिन यहां के आदमी का दिमाग ही नहीं खुल रहा है। यही कारण है कि हम पैदल चल रहे हैं। हाथ जोड़ रहे। वो आगे कहते दिखते हैं कि अरे अपना नहीं तो कम से कम अपने बच्चों का मुंह देखो। आपकी-हमारी आधी उम्र गुजर गई। अब स्कूल खोल भी दें तो इंजीनियर-डॉक्टर थोड़ी न आप बन जाइएगा। अब बच्चे के बारे में सोचें। वोट को लेकर बिहारियों की तुलना गुजरातियों से करते हुए प्रशांत किशोर कहते हैं कि बिहार के लोगों जैसे 5 सौ रुपया और मुर्गा-भात पर वहां के लोग वोट नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात के मतदाता पहले अपने नेता से करार करवाते हैं कि यहां कारखाना खुलवाना होगा। यहां स्कूल और कॉलेज खोलना होगा। गुजरात के लोग अपने नेताओं से रोजगार की बात करते हैं। इस प्रकार प्रशांत किशोर ने बिहारी मतदाता को आईना दिखाने का काम किया है, जिसे कुछ लोग भड़काऊ बता बयान बता रहे हैं।

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