आतंकी फंडिंग पर कनाडा को घेरने की तैयारी
नई दिल्ली । भारत ने कनाडा के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार करते हुए आतंकी फंडिंग मामले में घेरने का इशारा किया है। भारत अब आतंकी फंडिंग अभियानों के खिलाफ ओटावा की निष्क्रियता पर एफएटीएफ यानी वित्तीय कार्रवाई कार्य बल के समक्ष ले जाने का रास्ता तलाश रहा है। इस संबंध में विश्वसनीय और पुख्ता सबूत साझा करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में यह योजना आगे बढ़ाई है। भारत ने अब पेरिस स्थित वॉचडॉग के साथ पुराने और नए सबूतों का एक डोजियर साझा करने का मन बना लिया है। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि कनाडा के साथ राजनयिक संख्याबल का मामला उतना अहम नहीं है, जितना कि कनाडा की धरती पर खालिस्तानियों की फंडिंग और बचाव का मामला है। विदेश मंत्रालय प्रवक्ता अरिंदम बागची के हालिया बयान में कहा गया, कि नई दिल्ली और ओटावा के बीच संबंधों में भारत की प्रमुख चिंता और प्राथमिकता को उजागर करते हुए राजनयिकों, सुरक्षा और जांच एजेंसी अधिकारियों से कहा गया कि एफएटीएफ के साथ साझा करने के लिए प्रासंगिक साक्ष्य एकत्र किये जाएं। कनाडा अपनी धरती पर खुलेआम चल रहे खालिस्तानी गतिविधियों के मुख्य मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश में लगा हुआ है। ऐसे में भारत के पास प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की निष्क्रियता के बारे में एफएटीएफ को रिपोर्ट करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है। इसलिए, भारत कनाडा से होने वाले आतंकी फंडिंग और वित्तपोषण के सबूत इकट्ठा कर एफएटीएफ के सामने पेश करने की योजना पर विचार कर रहा है।