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आंचलिक विज्ञान केंद्र में बाल दिवस पर कार्यक्रम आयोजित

भोपाल । बच्चो के जिज्ञासु मन में अनेक प्रकार के प्रश्न उठते है चाहे वो बड़े आकर वाले डायनासोर हो या छोटे-छोटे नाना प्रकार के खिलोने इन्ही कौतुहलो को ध्यान में रखते हुए आंचलिक विज्ञान केंद्र भोपाल में बाल दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के एक भाग के रूप में, प्राथमिक स्तर के स्कूली बच्चों (कक्षा: I से 3) के बीच एक डायनासोर क्ले मॉडलिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने केंद्र द्वारा प्रदान की गयी आवश्यक सामग्री के साथ डायनासोर के स्केल-डाउन मॉडल का निर्माण किया। इसके साथ ही विज्ञान विषय पर आधारित ‘मेक एंड टेक वर्कशॉप’ का भी आयोजन किया गया जिसमें भाग लेने वाले बच्चो ने केंद्र द्वारा प्रदान की गयी सामग्री के साथ कुछ वैज्ञानिक खिलौने विकसित किए तथा इनके माध्यम से विज्ञान के नियमों को खेल-खेल में समझा । बच्चों द्वारा बनाये गए डायनासोर मॉडल और विज्ञान खिलौने (अर्थात पिंजरे में पक्षी, तितली बैलेंस किट, सेंटर ऑफ ग्रेविटी किट, न्यूटन की कलर डिस्क और हम्प्टी डम्प्टी किट) बनाये गए। पूर्ण किटें प्रतिभागियों को घर पर उपयोग के लिए स्थायी रूप से प्रदान की गयी। बच्चों के बीच ‘चाचा नेहरू और बच्चे’ विषय पर एक चित्रकला प्रतियोगिता दो श्रेणियों (श्रेणी-I: कक्षा 4 और 5, श्रेणी-II: कक्षा 6 और 7) में आयोजित की गई। कार्यक्रम के समापन पर सभी मेधावी प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। उपरोक्त आयोजनों में क्रमशः कुल 24, 10 और 58 छात्रों ने भाग लिया।

इसके अलावा, हमारे ग्रह पर जीवन को बनाए रखने वाले सूर्य की बुनियादी गतिशील विशेषता को समझने एवं जनता को जागरूक करने के लिए इस दिन आम आगंतुकों एवं प्रतिभागियों के बीच आधुनिक टेलीस्कोप के माध्यम से सुरक्षित रूप सूर्य के धब्बों का अवलोकन कराया गया। इसमें लगभग 40 आगंतुकों ने भाग लिया। 

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