वायनाड से चुनाव लड़ना नहीं चाहते राहुल गांधी ?
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी किस सीट से चुनाव लड़ेंगे इसको लेकर संशय है। कांग्रेस ऐसी सुरक्षित सीट तलाश रही है जहां से उनकी जीत सुनिश्चित की जा सके। तमाम प्रयासों के बाद भी सुरक्षित सीट नहीं मिल पा रही है। जहां तक वायनाड का सवाल है तो सूत्र बता रहे है कि राहुल गांधी इस बार वायनाड से चुनाव नहीं लड़ेंगे। हो सकता है कि इस बार उन्हे दो सीटों पर उतारा जाए। एक कर्नाटक या तेलंगाना से और दूसरी उत्तर प्रदेश से कोई सीट हो सकती है। यह ताजा घटनाक्रम केरल में सीट बंटवारे को लेकर जारी बातचीत के बीच आया है, जहां इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग कांग्रेस पर इस बार 2 के बजाय 3 सीटें देने का दबाव बना रही है। आईयूएमएल वायनाड से चुनाव लड़ना चाहती है, क्योंकि उसके अधिकांश मतदाता मुस्लिम समुदाय से हैं। इसके अलावा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने पार्टी के महासचिव डी राजा की पत्नी एनी राजा को वायनाड से मैदान में उतारा है। ऐसे में यह विपक्षी इंडिया गठबंधन के लिए अच्छा नहीं रहेगा कि गठबंधन के एक प्रमुख नेता की पत्नी राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ें। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस महीने की शुरुआत में सीपीआई महासचिव डी राजा ने कहा था कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कांग्रेस को वायनाड छोड़ने के लिए मनानने पर कोई चर्चा नहीं हुई थी। अखबार ने डी राजा के हवाले से कहा, ‘वायनाड उन चार सीटों में से एक है, जो सीपीआई को एलडीएफ के भीतर सीट-बंटवारे समझौते के हिस्से के रूप में मिली थी।’राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में सीपीआई उम्मीदवार पीपी सुनीर को हराकर 4 लाख से अधिक वोटों के अंतर से वायनाड सीट जीती थी।