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अपने परिचालन में ग्रीन एनर्जी का प्रयोग लगातार बढ़ा रही है रेनॉ निसान

जुलाई से दिसंबर, 2023 के बीच ऑटो कंपनी ने हर महीने अपने पावर ऑपरेशंस में औसतन 85 प्रतिशत से ज्यादा ग्रीन एनर्जी का प्रयोग किया

• सितंबर, 2023 में 100 प्रतिशत ग्रीन एनर्जी का प्रयोग किया गया

चेन्नई । 2045 तक कार्बन न्यूट्रल ऑपरेशंस के अपने लक्ष्य को पाने की प्रतिबद्धता पर आगे बढ़ते हुए रेनॉ निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (आरएनएआईपीएल) ने ग्रीन एनर्जी (हरित ऊर्जा) के प्रयोग की दिशा में अपनी उपलब्धि का एलान किया है। कंपनी का कारखाना ओरागदम, चेन्नई में है। कंपनी ने बताया कि 2023 की दूसरी छमाही में उसने अपने परिचालन में ग्रीन एनर्जी के प्रयोग में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। जुलाई से दिसंबर, 2023 के दौरान कंपनी ने अपने परिचालन में औसतन हर महीने 85 प्रतिशत से ज्यादा ग्रीन एनर्जी का प्रयोग किया। सितंबर, 2023 में कंपनी ने 100 प्रतिशत ग्रीन एनर्जी का प्रयोग किया था। आरएनआईपीएल कारें बनाने के लिए अपने संयंत्र में उत्पादित और बाहर से खरीदी हुई ग्रीन एनर्जी का प्रयोग करती है।
आरएनएआईपीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर कीर्ति प्रकाश ने कहा, ‘आरएनएआईपीएल अपने परिचालन के कारण पर्यावरण पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। पिछले साल हमने 2045 तक कार्बन न्यूट्रल ऑपरेशंस का लक्ष्य पाने और 2030 तक वाटर पॉजिटिव बनने की योजना सामने रखी थी। 2023 की दूसरी छमाही में औसतन 85 प्रतिशत ग्रीन एनर्जी का प्रयोग करते हुए हमने इस दिशा में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह सस्टेनेबिलिटी की दिशा में हमारे समर्पण को दिखाता है। हम पर्यावरण के हित में अपने प्रयासों को गति देने और पर्यावरण के अनुकूल भविष्य निर्माण में योगदान के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
पर्यावरण के अनुकूल परिचालन के लिए ग्रीन एनर्जी का प्रयोग
कार्बन न्यूट्रलिटी के लिए अपने रोडमैप के तहत आरएनएआईपीएल थ्री-पिलर्ड अप्रोच का प्रयोग कर रही है। इन पिलर्स (स्तंभों) में ऊर्जा के कुल प्रयोग में ग्रीन एनर्जी की हिस्सेदारी बढ़ाना, ऊर्जा दक्षता में सुधार करना और अपने ओरागदम प्लांट में एनर्जी इफिशिएंट टेक्नोलॉजी को अपनाने के कदम शामिल हैं।
आरएनएआईपीएल के एनर्जी पोर्टफोलियो में सरकार तथा सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा एवं बगास/कोगेन पावर जैसे विभिन्न ग्रीन पावर सोर्स द्वारा आपूर्ति किए हुए कन्वेंशनल पावर मिक्स शामिल हैं। आरएनएआईपीएल ने 2045 तक सतत रूप से 100 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा के प्रयोग की योजना बनाई है।
आरएनएआईपीएल का एक अपना 2.2 मेगावाट क्षमता का सोलर प्लांट है, जिससे सीधे कारखाने के पावरग्रिड को ऊर्जा मिलती है। अगले कुछ साल में क्षमता को 14 मेगावाट तक बढ़ाने की योजना है। इसके अतिरिक्त ग्रीन पावर तमिलनाडु के अन्य सप्लायर्स से प्राप्त की जाती है। तिरुनेलवेली/कोयंबटूर के विंड फार्म से पवन ऊर्जा प्राप्त की जाती है। यह क्षेत्र भौगोलिक रूप से पवन ऊर्जा के अनुकूल है। इसके अलावा, तिरुपुर क्षेत्र के सोलर फार्म्स से सौर ऊर्जा खरीदी जाती है।
जुलाई से दिसंबर, 2023 के दौरान आरएनएआईपीएल ने अपनी एनर्जी मिक्स में हर महीने औसतन 85 प्रतिशत से ज्यादा ग्रीन एनर्जी का प्रयोग किया। उल्लेखनीय रूप से सितंबर, 2023 में 100 प्रतिशत ग्रीन एनर्जी का प्रयोग किया गया, जिसमें करीब आधी जरूरत (49 प्रतिशत) विंड फार्म्स से पूरी की गई। करीब एक तिहाई (30 प्रतिशत) आपूर्ति बगास/कोगेन पावर से और बाकी सौर ऊर्जा से हुई। इसमें 3 प्रतिशत आपूर्ति इन-हाउस सोलर प्लांट से हुई।
ग्रीन एनर्जी की दिशा में सतत प्रयासों से आरएनएआईपीएल ने जुलाई से दिसंबर, 2023 के बीच कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन में 30,000 टन से ज्यादा की कटौती की। 
सस्टेनेबिलिटी की दिशा में अन्य पहल
नवीकरणीय ऊर्जा के अतिरिक्त, कंपनी पर्यावरण पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को कम करने के लिए प्लांट में अन्य रणनीतियां भी अपना रही है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वेस्ट वाटर की रीसाइकिलिंग एवं रीयूज और जलाशयों को पुनर्जीवित करते हुए कंपनी वाटर मैनेजमेंट की दिशा में भी उल्लेखनीय काम कर रही है। यह 2030 तक वाटर पॉजिटिव बनने की कंपनी की योजना का हिस्सा है। 2030 तक कंपनी जितने पानी का प्रयोग करेगी, उससे ज्यादा जल का योगदान पर्यावरण में देगी। कंपनी कार बनाने में प्रयोग होने वाली ऊर्जा में कमी की दिशा में भी काम कर रही है। 2019 से 2030 के बीच कंपनी एक वाहन बनाने में लगने वाली ऊर्जा में 20 प्रतिशत की कमी लाने की दिशा में काम कर रही है। 2045 तक इसमें 30 प्रतिशत की और कटौती की जाएगी।

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