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ऋषि सुनक और लियो वराडकर ने ऐतिहासिक समझौते के लिए मुलाकात की

इस्लामाबाद । पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि अगर पूर्व प्रधानमंत्री गुरुवार के चुनाव में सत्ता में वापस आते हैं, तब वे नवाज के तहत देश के शीर्ष राजनयिक नहीं बन पाएंगे। दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के 35 वर्षीय बेटे नवाज के छोटे भाई शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में सबसे कम उम्र के विदेश मंत्री बने, जो इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए को हटाने के बाद बनी थी। पीटीआई पार्टी उस महीने की शुरुआत में संसद में अविश्वास मत में थी। एक इंटरव्यू में बिलावल ने कहा कि अगर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी 8 फरवरी के चुनावों के बाद सत्ता में आती है तब उनके लिए उससे हाथ मिलाना मुश्किल होगा।

अगर नवाज दुबारा सत्ता में आए, तब मैं विदेश मंत्री नहीं बनूंगा, मैं उसी पुरानी राजनीति में भाग नहीं ले सकता। अगर वह उससे अलग हो जाते हैं और ऐसा माहौल बनाते हैं जिससे देश में लोकतंत्र को फायदा हो, तब मैं उसके साथ खड़ा होने को तैयार हूं। बिलावल ने कहा कि पीपीपी के अलावा दोनों प्रमुख राजनीतिक दल नफरत और विभाजन की राजनीति में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा महसूस होता है जैसे शैतान और गहरे नीले समुद्र के बीच चयन करना है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पीपीपी अपने दम पर सरकार बनाने में सक्षम होगी। एक अन्य साक्षात्कार में बिलावल ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी पार्टी के साथ चुनावी गठबंधन नहीं कर रही है बल्कि अपने घोषणापत्र के आधार पर चुनाव लड़ रही है। बिलावल ने देश में राजनीतिक स्थिरता और पाकिस्तान के सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने की उम्मीद जाहिर की। कुछ दिन पहले, बिलावल ने नवाज शरीफ पर कटाक्ष कर कहा था कि आगामी आम चुनावों के पूर्व-निर्धारित परिणामों की छाप देना पाकिस्तान के लोगों का अपमान है।

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