Uncategorized

एसबीआई जनरल, इनाली फाउंडेशन के साथ मिलकर रोबोटिक लिम्‍ब्‍स बांटने के लिए “लिम्ब्स ऑन व्हील्स” को सपोर्ट करेगा

महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में दिव्यांगों को 260 रोबोटिक लिम्‍ब बांटने में कंपनी ने अपना योगदान दिया

 मुंबई । देश की प्रमुख सामान्‍य बीमा कंपनियों में से एक, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस ने गैर-लाभकारी संस्था इनाली फाउंडेशन के साथ साझेदारी की है। इसका लक्ष्य किफायती दरों पर उन दिव्यांगों को रोबोटिक अपर लिम्‍ब्‍स (ऊपरी कृत्रिम अंग) प्रदान करना है, जिन्होंने किसी हादसे का शिकार होकर अपने इन शारीरिक अंगों को गंवा दिया। उन दिव्यांगों को भी रोबोटिक अपर लिम्‍ब्‍स प्रदान किए जाएंगे, जो जन्म से ही दिव्यांग हैं। सीएसआर परियोजना के तहत एसबीआई जनरल ने अब तक महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदश के ग्रामीण क्षेत्रों में 260 से ज्यादा दिव्यांगों को कृत्रिम अंगों का वितरण कर इस दिशा में अपना योगदान दिया है। 
 
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में करीब 0.5 मिलियन लोग हर साल दिव्यांग हो जाते हैं। हर साल दिव्यांगों के आंकड़ों में 23,500 से ज्यादा लोग बढ़ जाते हैं। करीब 85 फीसदी दिव्यांग किसी उचित समाधान के बिना इसी तरह लाचारी और बेबसी में जिंदगी बिता देते हैं। हर साल होने वाले त्रासदीपूर्ण हादसों को देखते हुए एसबीआई जनरल ने अपने सीएसआर कार्यक्रम के तहत इनाली फाउंडेशन को सहयोग प्रदान किया है। भारत के गांवों में आर्थिक विभाजन की खाई बहुत गहरी हो गई है, जिससे लोगों को कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण के लिए जरूरी मेडिकल सुविधाओं को हासिल करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
 
इन कृत्रिम अंगों (लिम्‍ब्‍स) को रोबोटिक लिम्‍ब्‍स की श्रेणी में रखा जाता है, जहां लाभार्थी 3 फिंगर मूवमेंट महसूस कर सकते हैं। वह 10 किलो तक का वजन उठा सकते हैं। वह कुछ एक्सरसाइज कर अपने कृत्रिम अंगों का भरपूर इस्तेमाल कर सकते हैं। लिंब्स ऑन व्हील्‍स के माध्यम से, एसबीआई जनरल ने कृत्रिम अंगों की फंडिंग कर अमीर-गरीब की इस खाई को दूर करने का प्रयास किया हैं। कैंप आयोजित करके भी लाभार्थियों को कृत्रिम अंग प्रदान किए गए।
 
एसबीआई जनरल इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ श्री किशोर कुमार पोलुदासु ने कहा, “आज दिव्यांगों की आबादी काफी हो गई है। हर साल इसकी संख्‍या में बढ़ोतरी हो रही है। हर दिव्यांग व्यक्ति कृत्रिम अंगों का खर्च वहन नहीं कर सकता। हम एसबीआई जनरल में काफी उत्साहित हैं कि हम दिव्यांगों की जिंदगी में बदलाव लाकर उनके लाइफस्टाइल में अंतर लाने में सफल रहे हैं। इससे दिव्यांगों में काफी हौसला आया है और दिव्यांगों का जिंदगी के नए रूप और पहलू से परिचय हुआ है। एसबीआई में हमने इस परियोजना को पिछले दो साल से अपना समर्थन दिया है और इससे हमें लिम्‍ब्‍स ऑन व्हील्स कार्यक्रम के संचालन में काफी मदद मिली है। 

Related Articles