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15-20 दिन में गिर जाएगी शिंदे सरकार : संजय राउत

 जलगांव । महाराष्ट्र की राजनीति में आने वाले दिनों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है। दरअसल, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने चौंकाने वाला दावा किया है। संजय राउत ने कहा कि अगले 15-20 दिनों में एकना

थ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार गिर जाएगी।

महाराष्ट्र राज्य में राजनीतिक उलटफेर देखना असामान्य नहीं है। उन्होंने जो दावा किया है, वह काफी चौंकाने वाला है। संजय राउत शिवसेना के एक जाने-माने नेता हैं, लेकिन वे फिलहाल सत्ता में नहीं हैं। उनके इस दावे के पीछे का कारण यह हो सकता है कि उनके पास राजनीतिक सूत्रों की जानकारी हो। लेकिन, एक राज्य सरकार को गिराना कोई आसान काम नहीं होता है और इसके लिए बहुत से कारण होते हैं।

संजय राउत ने बताया कि शिंदे सरकार के खिलाफ आवेदन दायर किए जाने के बाद उनके खिलाफ डेथ वारंट जारी कर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी पार्टी अदालत के आदेश का इंतजार कर रही है और उम्मीद कर रही है कि न्याय होगा।

शिंदे सरकार के खिलाफ याचिका दायर करने का मुख्य कारण उनके विधायकों में से 16 ने उद्धव ठाकरे नेतृत्व वाली पार्टी के खिलाफ बगावत की थी। इस याचिका में शिंदे गुट के विधायकों को अयोग्य ठहराया जाना मांगा गया था।

इस संदर्भ में, सुप्रीम कोर्ट ने शिंदे गुट के 12 विधायकों को अयोग्य ठहराया था, जो उनकी बगावत में शामिल नहीं थे। हालांकि, शिंदे गुट के अन्य विधायकों को अभी तक उन्हें अयोग्य नहीं ठहराया गया है।

इससे पहले संजय राउत ने दावा किया था कि शिंदे सरकार इसी साल फरवरी में गिर जाएगी। 39 विधायकों ने की थी शिवसेना में बगावत गौरतलब है कि बीते साल जून में एकनाथ शिंदे और 39 विधायकों ने शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी। 

महाराष्ट्र में हुए बगावत के बाद, महाविकास आघाड़ी सरकार गिर गई थी और सुप्रीम कोर्ट में मामला जाना गया था। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने उद्धव ठाकरे और सीएम एकनाथ शिंदे गुट की याचिकाओं पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इससे समझता है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में एक अहम मामले को सुरक्षित रखा है और अब इस मामले के आगे की कार्रवाई का इंतजार है।

 संजय राउत का बयान ऐसे वक्त आया है, जब एनसीपी नेता अजीत पवार के बीजेपी में जाने की अटकलें हैं। हालांकि, अजीत पवार ने अटकलों को खारिज किया है। अजीत पवार ने हाल ही में कहा था कि वे एनसीपी छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि मैं मरते दम तक एनसीपी में ही रहूंगा। 

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