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एसआई और पत्नी के परिवारों ने हत्या, खुदकुशी को नकारा

 मोबाइल-लैपटॉप किए जब्त खुल सकता है हत्या का राज

भोपाल। राजधानी के कोलार इलाके के ललिता नगर स्थित राजवैद्य कॉलोनी में रहने वाला उप निरीक्षक एसआई सुरेश खांगुड़ा के परिवार के खात्मे का मामला उलझता जा रहा है। पुलिस एसआई द्वारा पत्नी व बेटे की वीभत्स तरीके से हत्या को देखकर चरित्र शंका में यह कदम उठाने को लेकर खुदकुशी की थ्योरी पर जांच कर रही थी, लेकिन रविवार को पोस्टमार्टम के दौरान दोनों के परिवारों के लोग एक-दूसरे को देखकर भावविव्हल हो गए। एसआई के ससुराल वालों ने चरित्र शंका के चलते बेटी और नाती की हत्या करने की पुलिस की कहानी को सिरे से नकार दिया, वहीं एसआई के माता-पिता ने कहा कि उनका बेटा पुलिस अधिकारी था। परिवार की छोटी-मोटी समस्या या विवाद में वह पत्नी और बेटे की हत्या कर खुदकुशी नहीं कर सकता।
परिजनों के इन बयानों के बाद एसआई खांगुडा के हत्या सह खुदकुशी कांड में किसी तीसरे की भूमिका के ऐंगल से भी पुलिस जांच कर रही है। शनिवार को ही मृतक एसआई खांगुड़ा के साले हरीश वर्मा ने किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा हत्याकांड को अंजाम देने के आरोप लगाए थे।
क्या है पूरा मामला
32 वर्षीय सुरेश खांगुड़ा पुलिस सब इंस्पेक्टर थे और पुलिस मुख्यालय की विशेष शाखा की तकनीकी सेल में पदस्थ थे। उनकी लाश शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात मिसरोद क्षेत्र में रेलवे पटरी पर मिली थी। बाइक नंबर से उनकी शिनाख्त करते हुए पुलिस जब कोलार स्थित राजवैद्य कॉलोनी पहुंची तो बाहर से मकान में ताला लगा था। पुलिस अंदर पहुंची तो पत्नी कृष्णा (28) की लाश फर्श पर और दो साल के बेटे इवान की लाश बिस्तर पर पड़ी हुई थी। दोनों का गला रेता गया था। हत्या में इस्तेमाल हथियार बका भी पास में पड़ा था।
विवाद और इलाज के एंगल से भी जांच
चूनाभट्टी एसीसी सुरेश दामले ने बताया कि एसआई के पड़ोसियों ने चार दिन पहले दंपती के बीच विवाद होने की बात बताई थी, लेकिन वजह सामने नहीं आई। वहीं, एसआई खांगुड़ा एक न्यूरो सर्जन की सलाह पर कुछ दवाएं भी ले रहा था। पुलिस विवाद और मानसिक स्थिति, पारिवारिक कलह की जानकारी जुटा रही है। पुलिस ने एसआई और उसकी पत्नी के मोबाइल और एसआई का लैपटॉप जब्त कर लिया है। मोबाइल के मैसेज, कॉल डिटेल और चैटिंग के जरिए भी पुलिस हत्याकांड की तह तक जाने का प्रयास कर रही है। फिलहाल कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है।
घर जाने की तैयारी में था परिवार
मृत एसआई खांगुड़ा के पिता मोहनलाल सूर्यवंशी, मां रेशमबाई, बड़ा भाई गोकुल खांगुड़ा रविवार सुबह जब हमीदिया अस्पताल की मर्चुरी पहुंचे। मोहनलाल ने कहा कि मेरा बेटा पुलिस अधिकारी था, वह परिवार की हत्या कर खुदकुशी नहीं कर सकता। कोई विवाद होता तो वह उसे सुलझा लेता। बेटे-बहू में कभी विवाद की जानकारी उन्हें नहीं मिली। 8 मार्च को बात हुई थी। उसने 17 मार्च को बेटे का जन्मदिन आगर मालवा स्थित अपने घर पर मनाने के लिए गृह ग्राम बूंदीकला परिवार सहित आने की बात कही थी।
परिजनों ने इन बिंदुओं पर उठाए सवाल
मृतक एसआई के ससुर शिवलाल वर्मा ने कहा कि उनकी बेटी उनके मकान से सिर्फ 300 मीटर दूरी पर रहती थी। वह प्रतिदिन मेरे घर आती थी। अगर कोई विवाद होता तो वह मुझसे या परिवार के अन्य लोगों से कभी तो जिक्र करती। दामाद भी प्रतिदिन आते थे, उन्होंने भी कभी विवाद का जिक्र नहीं किया।

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