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रामायन की सीता ने लगाई गुहार, श्रीराम को अकेले विराजमान ना करें
पीएम नरेंद्र मोदी से दीपिका चिखलिया ने की अपील, प्राण-प्रतिष्ठा के लिए मिला आमंत्रण
मुंबई । अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आमंत्रण मिलने के बाद रामायण की सीता अर्थात दीपिका चिखलिया ने पीएम नरेन्द्र मोदी से अपील की है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम को अकेले विराजमान ना करें, बल्कि सीता माता को भी स्थान दें। बता दें कि प्राण-प्रतिष्ठा के लिए मूर्ति का चयन किया जा चुका है। देश के सुप्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई भगवान राम की मूर्ति अयोध्या में स्थापित की जाएगी। कुल तीन मूर्तियों में से इस मूर्ति का चयन किया गया है, जिसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने दी है। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिसमें देश की कई नामी हस्तियां शामिल होंगी। इस लिस्ट में रामानंद सागर की रामायण में माता सीता का किरदार निभा चुकीं दीपिका चिखलिया का नाम भी शामिल है। दीपिका बतौर स्पेशल गेस्ट राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में शिरकत करने वाली हैं। इस बीच उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से एक खास अपील की है। मीडिया से बात करते हुए दीपिका चिखलिया ने अपना उत्साह जाहिर करते हुए कहा ‘ये दिन मेरे लिए बहुत ही ऐतिहासिक है। ये मेरे बहुत मायने रखता है क्योंकि 500 साल बाद भगवान राम अयोध्या आ रहे हैं। अपने घर में आ रहे हैं।
दपिका ने कहा कि मेरे बारे में सभी जानते हैं कि मैं कितनी राममयी हूं। मैं भगवान राम में बहुत विश्वास रखती हूं। मैंने भी माता सीता का किरदार निभाया है। इसलिए ये मोमेंट मेरे लिए और भी इमोशनल होने वाला है। मेरे साथ ही ये पूरे देश के लिए एक गौरव वाला दिन होगा।’
वहीं दीपिका चिखलिया ने इस बात को लेकर दुख जाहिर किया कि भगवान राम के साथ वहां माता सीता की मूर्ति नहीं होगी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दीपिका चिखलिया ने कहा कि ‘मुझे शुरुआत से यही लग रहा था कि भगवान राम के साथ माता सीता की मूर्ति भी स्थापित की जाएगी। लेकिन, यहां ऐसा नहीं है और इस बात का मुझे बहुत अफसोस है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से रिक्वेस्ट करना चाहती हूं कि वो अयोध्या में भगवान राम के साथ माता सीता की मूर्ति भी विराजमान कराएं।’ दीपिका ने कहा कि ‘मैं बस इतना चाहती हूं कि कहीं ना कहीं माता सीता को जगह जरूर दी जानी चाहिए। वहां ऐसी कोई तो जगह होगी, जहां माता सीता विराजमान हो सकें। मैं रिक्वेस्ट करती हूं कि रामजी को अकेले मत रखिएगा।