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डकैती की कहानी – पीड़ित मैनेजर पुष्पेन्द्र की जुबानी

इन्दौर । डकैती की एक सनसनीखेज घटना में तड़के साढ़े चार बजे

छः सात बदमाशों ने घर का दरवाजा तोड़ सीधे बेडरूम में पहुंच वहां सोए पति पत्नी में से पति को डंडा मार कर जगाया। फिर उससे नकदी और जेवर मांगे। इस दरम्यान पत्नी भी जाग गई। इसके बाद बदमाशों ने उन्हें वहीं बेड पर चादरें लपेट बांध वारदात को अंजाम दे उनकी कार लेकर फरार हो गए। इस पूरी घटना की कहानी पीड़ित इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के डिपो मैनेजर पुष्पेन्द्र मित्तल ने ईएमएस को इस तरह बताई कि ।
शुक्रवार सुबह 4.30 बजे मैं, पत्नी और दोनों बच्चे फर्स्ट फ्लोर पर सो रहे थे। अचानक मेरे बाएं हाथ पर बदमाशों ने डंडे से जोर से वार किया। इससे मेरी अचानक नींद खुल गई। मैंने देखा कि 3-4 लोग मुंह पर कपड़ा बांधकर मेरे बैडरुम में खड़े हैं। उनके हाथ में प्लाई, डंडा व पत्थर था। हाथों में ग्लब्स पहने थे। वे मुझसे बोले कि घर में रखा कीमती सामान हमें दे दो। उनके डर के कारण मैंने मेरी और पत्नी की अंगूठी दे दी। मैंने उन्हें कहा कि तुम लोग हमारे साथ मारपीट मत करना, तुम्हें जो चाहिए ले जाओ। उन्होंने अलमारी में रखे नगदी 10-12 हजार रुपए, पत्नी की कान की रिंग, सोने की चेन, कैनन कंपनी का डीएसएलआर कैमरा अलमारी से निकाल लिया। इसके बाद वे मेरे बैडरुम का दरवाजा बंद कर चले गए। मैंने 10-15 मिनट बाद जैसे-तैसे दरवाजा खोला। नीचे आकर देखा तो मेन गेट का लॉक टूटा था। दरवाजा खुला था। सामने रखी मेरी महरून रंग की होण्डा सिटी कार क्रमांक MP09-CT-7446 भी वे ले गए थे। मैंने पड़ोसियों को जाकर उठाया। इसके बाद पड़ोसी के फोन से ही ससुर संजय मित्तल को फोन कर बुलाया। वे घर के पास की ही दूसरी कॉलोनी में रहते हैं। वापस घर की छानबीन की तो बदमाश हमारे मोबाइल यहीं छोड़ गए थे। मेरा एक मोबाइल घर के गार्डन में और दूसरा बेडरूम में मिला। उसके बाद डायल 100 पर सूचना दी। घर और कॉलोनी के सीसीटीवी कैमरे देखे तो उसमें चार बदमाश दिखाई दिए। मेरी कार में मेरा एक पर्स, तीन क्रेडिट कार्ड और अन्य जरूरी दस्तावेज रखे थे। वे भी चोरी चले गए हैं।

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