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राधारमण आयुर्वेद कॉलेज में सेबेशियस सिस्ट की सफल सर्जरी

 भोपाल : राधारमण आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज रिसर्च हॉस्पिटल में विगत दिवस सेबेशियस सिस्ट से पीड़ित एक 32 वर्षीय महिला की सफल सर्जरी की गई. रातीबड़ निवासी यह महिला विगत 12 वर्षों से गर्दन में हुई इस समस्या से पीड़ित थी जिसे अब दर्द से निजात मिल गई है. अस्पताल के चिकित्सकों – डॉ. अंकित नेमा, डॉ. सुषमा अहिरवार, डॉ. रेखा सोलंकी, डॉ. श्रुति वर्मा तथा डॉ. आकांक्षा त्रिपाठी – की टीम ने हजारों वर्ष पूर्व लिखी गई पुस्तक सुश्रुत संहिता में बताई गई विधि से इस सर्जरी को अंजाम दिया. इस सम्बन्ध में शल्य चिकित्सक डॉ. अंकित नेमा ने बताया कि सेबेशियस सिस्ट जिसे आयुर्वेद में मेदज ग्रंथि कहते हैं एक तरह की गाँठ होती है जो दिखने में पीली अथवा सफ़ेद होती है. यह सिर, गर्दन, कान, चेहरा, तथा पीठ आदि पर हो सकती है. शुरू में यह दर्दरहित होती है. यदि इसका उपचार न कराया जाए तो इसमें दर्द शुरू होने के साथ साथ इन्फेक्शन होने की सम्भावना रहती है. राधारमण समूह के चेयरमैन आर आर सक्सेना ने इस सफल सर्जरी पर चिकित्सकों की टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि आयुर्वेद एक प्राचीन किन्तु वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति है जिससे अनेक असाध्य रोगों को ठीक करने के साथ साथ बीमारियों से बचा भी जा सकता है. आज इस चिकित्सा पद्धति को पूरे विश्व द्वारा अपनाया जा रहा है.

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