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पटाखा फैक्ट्री में धमाके के बाद दिल्ली भागने की फिराक में थे आरोपी

हरदा । बीते रोज हरदा में चल रही अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाका होने के बाद करीब एक दर्जन लोगों की मौत हो गई। बीते करीब चार दशकों से किसके संरक्षण में ये अवैध कारोबार हो रहा है ये जांच का विषय हो सकता है। लेकिन बताया जा रहा है जिले में बैठे कई अधिकारियों के लिए ये अवैध फैक्ट्री चारागाह थी। एक अफसर कार्रवाई करता था तो दूसरा बचाने के लिए खड़ा हो जाता है। ऐसे ही खेल में सालों से फैक्ट्री चलती रही। अब बड़ी घटना होने के बाद ब्लास्ट का मुख्य आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है। वो दिल्ली भागने की फिराक में था। लेकिन पुलिस ने उसे समय रहते धर दबोचा और अब आगे की जांच होने वाली है।

बड़ी बात ये है कि इस हादसे के मुख्य आरोपी बाप-बेटे हैं जिन्हें अब पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। आरोपियों के नाम राजेश अग्रवाल और सोमेश अग्रवाल हैं जिन्हें रायगढ़ से देर रात पकड़ा गया है।बताया जा रहा है कि बाप-बेटे गाड़ी में बैठ दिल्ली के लिए निकलने वाले थे। लेकिन बीच हाईवे पर ही पुलिस ने उन्हें घेर लिया और उनका सारा प्लान चौपट हो गया। वैसे शुरुआती जांच में इस घटना को लेकर लापरवाही की बात सामने आ रही है, इस वजह से भी बाप-बेटे की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। अभी तक इस मामले में 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 175 से ज्यादा घायल हैं। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया है, लेकिन इलाके में अभी भी धुएं का गुबार है। जानकारी के अनुसार, हरदा के बैरागढ़ गांव में मगरधा रोड पर अवैध रूप से संचालित फैक्ट्री में हुए धमाकों की वजह से सुबह 11:30 बजे आग लग गई। धमाके इतने पावरफुल थे कि फैक्ट्री के आसपास के मकानों और दुकानों के शीशे टूट गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाके की वजह से उन्हें ऐसा लगा कि भूकंप आ गया हो। हैरानी की बात ये है कि जिस हरदा में ये धमाका हुआ है, तीन साल पहले भी यहां ऐसा ही एक ब्लास्ट हुआ था जिसमें एक ही परिवार के 3 लोगों की जान चली गई थी। उसके बाद से ही उस पटाखा कंपनी के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू हुआ था। बीच में तो लाइसेंस तक निरस्त कर दिया गया था, लेकिन क्योंकि मामला कोर्ट में पेंडिंग रहा, ऐसे में फैक्ट्री धड़ल्ले से चलती रही। अब उसी फैक्ट्री में ये बड़ा हादसा हो गया जिसमें 11 लोगों की जान गई।

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