पान की गुमठी चलाने वाले ने जीजा और मौसैरे भाई के साथ मिलकर की थी ज्वैलर्स के यहॉ लाखो की लूट
भोपाल । राजधानी के हबीबगंज थाना इलाके के ई-4/237 अरेरा कॉलोनी में रहने वाले ज्वैलर्स सुशील कुमार धनवानी के मकान से चाकू की नोंक पर लाखो की लूट करने वाले तीनो आरोपियो को पुलिस ने दबोच लिया है। लूट की घटना का मास्टर माइंड झुग्गी नंबर, 101 गौतम नगर, ई-6 अरेरा काँलोनी में रहने वाला देवानंद जाधव उर्फ देवा पिता भीखा जाधव (34) है, जो ज्वैलर्स के मकान से थोड़ी दूर साढे दस नंबर पर पान की गुमटी चलाता है। उसका ज्वैलर्स के घर के सामने से आना-जाना होता था। उसें पता था, कि सुशील कुमार की ज्वेलर्स की दुकान है, और उसके घर में काफी माल होगा। इसके बाद उसने अपने जीजा और मौसैरे भाई को अपने साथ मिलाकर लूट योजना बनाई और वारदात को अंजाम दे दिया था। जानकारी के अनुसार सुशील कुमार धनवानी की न्यू मार्केट इलाके में अनमोल ज्वैलर्स के नाम से शॉप है। पिछले दो-तीन माह से उनके घर का रेनोवेशन का काम चल रहा है। बुधवार शाम करीब साढ़े सात बजे सभी मजदूर और कारीगर काम निपटा कर चले गए थे। उनकी बहू खरीददारी करने मार्केट गई हुई थी इस दौरान घर में उनकी पत्नी कीर्ति धनवानी अकेली थीं। तभी दरवाजे पर आये तीन अज्ञात लोगो ने बेल बजाई। कीर्ति धनवानी ने खिड़की से झांकते हुए पूछा की कौन है। इस पर चेहरा ढंके हुए एक आरोपी ने उनसे मशीन उठाने की बात कही है। कीर्ति धनवानी समझी की घर में काम करने वाला कोई मजदूर या कारीगर पुताई की मशीन लेने आया है। इसके बाद जैसै ही उन्होने दरवाजा खोला हाथ में लंबा छुरा लिए बदमाश घर में घूसे और उनके साथ मारपीट कर जमीन पर गिरा दिया। इसके बाद वे महिला को कमरे के भीतर ले गए और अलमारी की चाबी देने को कहा। कीर्ति ने जब चाबी के बारे में कोई जानकारी न होने की बात कही तब बदमाशों ने अलमारी का लॉकर तोड़ दिया और यहॉ रखी 33 लाख की नगदी, सोने के सिक्के, मोबाईल फोन सहित 35 लाख का माल बैग में भरकर फरार हो गए। ज्वैलर्स सुशील के घर के सामने के मकान में तैनात गार्ड ने जब बदमाशो को बैग लेकर भागते देखा तो हिम्मत कर एक बदमाश को दबोच लिया। इसके बाद सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने गार्ड द्वारा पकड़े गये बदमाश को हिरासत मे ले लिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए आला अफसरो ने थाना हबीबगंज, शाहपुरा, रातीबड़, अशोका गार्डन सहित अन्य थानो की अलग-अलग टीमें गठित कर फरार आरोपियो के प्रयास शुरु किये गये। मौके से पकड़े गये आरोपी की पहचान देवानंद जाधव के रुप में हुई। पुलिस पुछताछ में उसने खुलासा किया की उसने अपने जीजा बाबूलाल मेवाड़ा उर्फ बाबू सिंह (44) निवासी, ग्राम नंदिनी, थाना कालापीपल, जिला शाजापुर और मौसेरे भाई धीरज गवई पिता प्रकाश गवई (30) निवासी दरियापुर, अमरावती(महाराष्ट्र) के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी। प्लानिंग बनाने के बाद आरोपी ने करीब सात दिन तक फरियादी के घर की रेकी की इसके बाद बुधवार को महिला के घर मे अकेले होने पर वारदात को अंजाम दे दिया। देवानंद से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने फरार बाबूसिंह और धीरज को दबोच लिया। तीनो आरोपियो की निशानदेही पर टीम ने फरियादी के घर से लूटी गई 33 लाख 60 हजार की नगदी, 5 सोने के सिक्के, मोबाईल सहित 35 लाख का माल सहित वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक, मोबाईल व चाकु बरामद किया है।