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the death of the innocent: अभिनेता और पूर्व सांसद का कोरोना से निधन

कोच्चि । इनोसेंट अभिनेता जिन्होंने मलयालम फिल्म उद्योग में अपना अभिनय कला का जोरदार अदाकारी दिखाया था, के निधन से मलयालम फिल्म उद्योग को एक बड़ी क्षति हुई है। उन्होंने कई सफल फिल्मों में काम किया था और अपने अभिनय से दर्शकों को हमेशा अपनी तरफ आकर्षित किया था।
इनोसेंट को पार्थिव शरीर को उनके पैतृक स्थान इरिंगलाक्कुडा ले जाने से पहले उनका शव एनार्कुलम के राजीव गांधी इंडोर स्टेडियम में तीन घंटे तक रखा जाएगा। यह उन्हें उनके अभिभावकों और फैंस के लिए अंतिम विदाई का एक मौका देगा।
इस दुखद समय में, हम उनके परिजनों, मित्रों और फैंस के साथ खड़े हैं और इस महान अभिनेता की यादों को सदैव याद रखेंगे।
यह अभिनेता पद्मश्री इनोसेंट (Innocent) थे। उन्होंने मलयालम फिल्म उद्योग में अपनी पहचान बनाई थी। उन्होंने कमेडी फिल्मों में भूमिकाओं का अभिनय किया था और उनकी खासियत थी कि वे अपने अभिनय से दर्शकों को हँसाते हुए उनके दिलों में छू जाते थे। उन्होंने अनेक फिल्मों का निर्माण भी किया था जिनमें से कुछ फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बड़ी कमाई करने वाली थीं।
2014 में, इनोसेंट ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के समर्थन में लोकसभा चुनाव लड़ा था और वे चालाकुडी लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल कर गए थे। उन्होंने चुनाव के बाद संसद में अपने विचारों को व्यक्त करने में सक्षमता दिखाई थी और सामाजिक मुद्दों पर उनका ध्यान केंद्र रहा।
इनोसेंट एक सक्रिय समाजसेवी भी थे जो केरल में कई सामाजिक कार्यों में शामिल थे। उन्होंने अपने कैंसर उपचार के दौरान भी लोगों की मदद करने के लिए एक कैंसर फाउंडेशन की स्थापना की थी।
फिल्म अभिनेता इनोसेंट
इनोसेंट वर्मा, जिन्हें अपने पेन नाम से भी जाना जाता है, एक भारतीय फिल्म अभिनेता थे। उन्होंने मलयालम सिनेमा में लगभग 40 साल की करियर बनाई और अपनी अभिनय कला के लिए प्रशंसा और पहचान प्राप्त की।
इनोसेंट ने अपनी फिल्म करियर में कई मशहूर फिल्मों में काम किया, जैसे चार्ली, राजमानिक्यम, किलुक्कंगल, गोदफादर और दोस्ताना। उन्होंने अपनी अभिनय कला से दर्शकों को मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक संदेश भी दिए।
इनोसेंट ने कैंसर वार्ड लिखी है, जो एक मलयालम उपन्यास है जो कैंसर रोगी के जीवन के विषय में है। इस पुस्तक के आधार पर, एक फिल्म बनाई गई जिसका नाम स्माइल इन कैंसर वार्ड है।
इनोसेंट एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी एक्टर्स के अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने सेवानिवृत्त मलयालम अभिनेताओं के लिए पेंशन योजना के विकास में भी अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा, वे मलयालम फिल्म उद्योग में अपनी उपस्थिति दर्ज की।

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