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वर्दीधारी ने मिलकर हड़पे चालीस लाख, जब्त वाहनों को दिलाने का दिया था प्रलोभन

शहडोल । जिले के ब्यौहारी में पुलिसकर्मी ने अपने साथियों के साथ मिलकर जब्ज वाहनों को दिलाने का प्रलोभन देकर कुछ लोगों से साढ़े 40 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ितों को जब वाहन नहीं मिले तो उन्हें अपने साथ ठगी होने का अहसास हुआ। इसके बाद उनमें से एक पीड़ित ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई।
शहडोल जिले के ब्यौहारी थाने में पुलिसकर्मी द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर कुछ लोगों से साढ़े 40 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। आरोपी पुलिसकर्मी ने थाने में खड़े जब्ज वाहनों को सेटिंग कराकर दिलाने का प्रलोभन देकर पीड़ितों से रकम ऐंठी थी। उनमें से एक पीड़ित ने वाहन नहीं मिलने पर इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई। इस मामले में पुलिस आरक्षक समेत तीन आरोपियों के खिलाफ भादंवि की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला
इस मामले में पुलिस ने बताया कि गत रविवार को देवलोंद थाना के अंतर्गत बुड़वा गांव के निवासी फरियादी भूपेंद्र सोनी ने थाना ब्यौहारी में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के मुताबिक, ब्यौहारी निवासी रोहित कुमार सोनी, पत्नी सुषमा सोनी और पूर्व में ब्यौहारी थाना में पदस्थ आरक्षक विष्णु बागरी ने उन्हें यह जानकारी दी थी कि पुलिस विभाग द्वारा जब्त किए गए वाहनों की नीलामी कराई जा रही है। आरोपियों ने आवेदकों को थानों में जब्त वाहनों को दिलाने के एवज में करीब साढ़े 40 लाख रुपये मांगे थे। इसके बाद आवेदकों ने 29 जुलाई 2022 से 10 अगस्त 2022 के बीच लगभग 24 लाख 30 हजार रुपये रोहित सोनी और उसके परिवार वालों के खाते में भेज दिए थे। इसके अलावा 16 लाख 30 हजार रुपये नकद दिए थे। आवेदकों ने कुल 40 लाख 60 हजार रुपये दिए थे।
फर्जी दस्तावेज कराए थे तैयार
पीड़ित ने बताया कि उक्त आरोपियों ने नीलामी के बारे में बताया था कि अलग-अलग दिनांक को आपको वाहन सुपुर्द किए जाएंगे। इसके लिए आरोपियों ने नीलामी संबंधी फर्जी दस्तावेज भी तैयार किए थे। तय तारीख को वाहन न मिलने के बाद आवेदकों ने थाने में जाकर जानकारी ली। वहां पता चला कि वाहन मौके पर मौजूद थे, लेकिन किसी प्रकार की कोई नीलामी नहीं की जानी है।
पैसा मांगने पर कहा फांसी लगा लूंगा
यह जानकारी मिलने पर आवेदकों ने रोहित सोनी और उसके परिवार से संपर्क कर पैसा वापस मांगा। पैसा वापस मांगने पर रोहित सोनी ने उन्हें फांसी लगाकर आत्महत्या करने की धमकी दी। रोहित की ओर से यह आश्वासन दिया गया था कि एक महीने के भीतर पूरा पैसा वापस कर दिया जाएगा। लेकिन लगभग सात-आठ महीने बीत जाने के बाद भी उन्हें पैसा वापस नहीं मिला।
किसने कितनी दी थी रकम
इस प्रकार आरोपियों ने धोखाधड़ी करके छलपूर्वक आवेदकों क्रमशः बुड़वा गांव के निवासी भूपेंद्र सोनी से सात लाख 55 हजार रुपये, सतना के मुख्यारगंज निवासी रवि कुमार सोनी और माता सरिता सोनी तीनों से 20 लाख 85 हजार रुपये, शहडोल के खैरहा निवासी राकेश सोनी से तीन लाख 50 हजार रुपये, बुड़वा निवासी अश्वनी प्रसाद सोनी से पांच लाख 20 हजार रुपये, बुडवा निवासी गोरेलाल वैस, से तीन लाख 50 हजार रुपये लिए गए थे।
जांच में आरोपियों द्वारा प्रथम दृष्टया भादंवि की धारा 420, 465, 466, 467, 468, 471, 472, 474, 475 और 120बी के तहत अपराध करना पाया गया। इसके बाद थाना ब्यौहारी में उक्त धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया था। मामले में आरोपी रोहित सोनी, सुषमा सोनी और निलंबित आरक्षक विष्णु बागरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उक्त आरक्षक वर्तमान में जिले के सोहागपुर थाना में पदस्थ था।

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