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मध्यप्रदेश के मौसम में तल्खी बरकरार, आने वाले दिनों में और चढ़ेगा पारा
भोपाल । मौसम केंद्र की रिपोर्ट बता रही है कि प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहा। रीवा संभाग के जिलों में न्यूनतम तापमान में काफी वृद्धि देखी गई। प्रदेश में न्यूनतम तापमान एक बार फिर 10 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच गया है।
मध्यप्रदेश के मौसम में तल्खी बरकरार है। रात के तापमान में बढ़त जारी है। दिन का तापमान जरूर कुछ जगहों पर लुढ़का है। आने वाले कुछ दिनों में तापमान बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। इसे ठंड का विदाईकाल ही माना जा रहा है। पचमढ़ी में 4 डिग्री तक की गिरावट हुई है। वहीं सीधी में साढ़े चार डिग्री की बढ़त दर्ज की गई। प्रदेश में सबसे ठंडा रीवा रहा। राजगढ़ में 35 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
मौसम केंद्र की रिपोर्ट बता रही है कि प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहा। रीवा संभाग के जिलों में न्यूनतम तापमान में काफी वृद्धि देखी गई। प्रदेश में न्यूनतम तापमान एक बार फिर 10 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच गया है। अगले 24 घंटों में भी मौसम शुष्क बना रहेगा। 20-21 फरवरी को तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी संभावना है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अध्ययन से पता चलता है कि तापमान में बढ़त जारी रही। पश्चिमी हिस्से में कुछ जगह तापमान मामूली रूप से कम हुआ है। पचमढ़ी में 4 डिग्री तक की गिरावट हुई है। वहीं सीधी में साढ़े चार डिग्री की बढ़त दर्ज की गई। प्रदेश में सबसे ठंडा रीवा रहा। रीवा में 10.6, मलाजखंड में 10.7, पचमढ़ी-उज्जैन में 11, रायसेन में 11.2, उमरिया में 11.4, जबलपुर में 11.9, मंडला में 12 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा। अधिकतम तापमान की बढ़त पर विराम लगा है। अधिकांश जगह कोई परिवर्तन नहीं हुआ, वहीं कहीं-कहीं पारा लुढ़का है। प्रदेश में सबसे गर्म राजगढ़ रहा। राजगढ़ में 35 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक हवा का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। उत्तर भारत में कोई सिस्टम एक्टिव नहीं है। दक्षिणी राजस्थान पर एक प्रति-चक्रवात बना हुआ है। इस वजह से वर्तमान में उत्तरी हवाएं राजस्थान, गुजरात की तरफ से घूमकर आ रही हैं। राजस्थान, गुजरात में तापमान काफी बढ़े हुए हैं। शुक्रवार को पूर्वी मध्य प्रदेश में बादल बने हुए थे। इस वजह से वहां रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। शनिवार को बादल छट गए हैं। साथ ही हवा का रूख उत्तरी बना हुआ है। इस वजह से तापमान में मामूली गिरावट हुई।