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गेहूं में जड़ माहू रोग से बचाव की सामयिक सलाह
भोपाल । वर्तमान में बदलते मौसम को दृष्टिगत रखते हुए गेहूं फसल में कीटव्याधी की समस्या देखने को मिल रही है। ऐसे में किसानों को कृषि विभाग की सलाह है कि वर्तमान में गेहूं की फसल में जड़ माहू कीटव्याधी की समस्या देखने को मिल रही है।
कृषि विभाग ने बताया कि कीटव्याधी की समस्या समाने आई है कीटव्याधी से गेहूं की फसल में पीलापन जिसके कारण पत्तियां ऊपर से नीचे की ओर सूखने लगती है एवं पौधा सूख जाता है। अपनी प्रारंभिक अवस्था में यह कीट छोटे-छोटे पेच में दिखाई देता है, जो कुछ ही दिनों में पूरे खेत में फैल जाता है। जड़ माहू कीट हल्के पीले एवं काले रंग का होता है, जिसका जीवन चक्र 7 से 10 दिन का होता है। इस कीट से बचाव के लिए किसान भाईयों को सलाह दी जाती है कि वह अपने खेत की सतत् निगरानी करते रहे एवं कीट की समस्या पाये जाने पर एसिटामाप्रिड 20 प्रतिशत एसपी, 60 ग्राम प्रति एकड़ या इमिडाक्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत एसएल की 50 एमएलमात्रा प्रति एकड़ या थायोमेथाक्सॉम 25 प्रतिशत डब्लूजी की 50 ग्राम मात्रा प्रति एकड़ के साथ एनपीके 19.19.19 एक किलोग्राम प्रति एकड़ का 150-200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव कराएं।