Uncategorized

जन आरोग्य समिति पर आयोजित हुआ प्रशिक्षण

 समिति के उद्देश्यों और कार्य विधि पर स्वास्थ्य कर्मियों का उन्मुखीकरण


भोपाल । जन आरोग्य समिति के उद्देश्यों और कार्य विधि पर उन्मुखीकरण हेतु स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण जिला पंचायत कार्यालय में आयोजित हुआ। प्रशिक्षण में चिकित्सा अधिकारियों, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स एवं नर्सिंग ऑफिसर्स को जन आरोग्य समिति के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही समिति के कार्य दायित्वों में विभागीय कर्मचारियों के दायित्वों से अवगत करवाया गया । इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत भोपाल श्री ऋतुराज ने कहा कि सामुदायिक सहभागिता से समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक शासन की योजनाओं को लाभान्वित करने में ये समितियां महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं। समितियों की बैठकों में शासन द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी कार्यक्रमों पर चर्चा कर आमजन तक इनकी जानकारी पहुंचाई जाना सुनिश्चित किया जावे। 
प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि इस समिति का उद्देश्य नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने , स्वास्थ्य सेवा प्रदायगी व्यवस्था को पारदर्शी बनाने एवं स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने हेतु नागरिकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्यशील पंजीकृत रोगी कल्याण समितियों का विघटन कर भारत सरकार के निर्देशानुसार जन आरोग्य समितियां का गठन किया गया है । इसके साथ-साथ समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर भी जन आरोग्य समितियां गठित की गई है।  
स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण जैसी विभिन्न गतिविधियों के मैदानी स्तर पर क्रियान्वयन, निगरानी एवं सामुदायिक सहभागिता के लिए जन आरोग्य समितियों के अलावा महिला आरोग्य समिति, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति भी क्रियाशील हैं। 
जिला स्वास्थ्य समिति, रोगी कल्याण समिति,और स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास स्थाई समिति द्वारा कार्यक्रमों एवं योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए चर्चा कर निर्देश दिए जाते हैं। 
 गांव के लोगों की, गांव के लोगों से, गांव के लिए बनती है समिति
इस समिति का मुख्य उद्देश्य सामुदायिक सहभागिता द्वारा स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता के विभिन्न कार्यक्रमों से जोड़कर जागरूक करना है। उप स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर गठित जन आरोग्य समिति में अध्यक्ष , सह अध्यक्ष , सदस्य सचिव एवं दो सदस्यों को नियुक्त किया जाता है। उप स्वास्थ्य केंद्र मुख्यालय से संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच को स्वास्थ्य केंद्र स्तरीय जन आरोग्य समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया जाता है। जिनका कार्यकाल 2 वर्ष का होता है। उपस्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाली अन्य पंचायत के सरपंच इस समिति के सदस्य के रूप में कार्य करते हैं। अध्यक्ष का 2 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के पश्चात आगामी वर्षों के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाली अन्य पंचायत के वरिष्ठ सरपंच को अध्यक्ष बनाया जाता है। समिति का सह अध्यक्ष उप स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को बनाया जाता है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर में पदस्थ कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर समिति के सदस्य सचिव बनाए जाते हैं । इसके साथ ही पदेन सदस्यों के रूप में ग्राम पंचायत के सरपंच, ग्राम सभा स्वस्थ ग्राम सदस्य समिति के अध्यक्ष अथवा सचिव एवं उस क्षेत्र की सभी आशा कार्यकर्ता एवं बहुउद्देशीय कार्यकर्ता शामिल होते हैं । 
 50 प्रतिशत महिलाओं सहित हर वर्ग की होती है समिति में सहभागिता
सामान्य सदस्यों में महिला स्वास्थ्य सहायता समूह की अध्यक्ष, उप स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत अधिकतम छात्र वाली शाला से एक स्कूल हेल्थ एंबेसडर एवं गांव में से एक वरिष्ठ पियर एजुकेटर को शामिल किया जाता है । इसके साथ ही विशेष आमंत्रित सदस्य में टीबी सरवाइवर , युवा एवं किशोर प्रतिनिधि एवं ऐसा कोई पुरुष जिसने एक या दो बच्चों के बाद नसबंदी करवाई हो को शामिल किया जाता है। वन समिति के अध्यक्ष , पंचायत सचिव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा सहयोगिनी भी समिति में शामिल होते हैं। समिति में वंचित वर्ग, एससी , एसटी के न्यूनतम एक तिहाई प्रतिनिधि एवं 50 प्रतिशत महिलाओं का प्रतिनिधित्व शामिल किया जाता है । 
 स्वास्थ्य और स्वास्थ्य संबंधित विषयों में महत्वपूर्ण भूमिका है समिति की
यह समिति मुख्य रूप से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं को सुनिश्चित करने, स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न विषयों को समन्वित रूप से संचालित करने , शिकायत निवारण करने, सामाजिक उत्तरदायित्व को स्थापित करने में भूमिका निभाती है। समिति की माह में काम से कम एक बार बैठक आवश्यक रूप से की जाती है।
भोपाल में गठित हुई 73 जनआरोग्य समितियां
भोपाल में 73 जनआरोग्य समितियां गठित की गई हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तरीय समितियों के तहत विकासखंड फंदा में 4 समितियां एवं 5 समितियां बैरसिया में क्रियाशील हैं। 33 उपस्वास्थ्य केंद्र स्तरीय जनआरोग्य समिति विकासखंड फंदा में एवं 31 विकासखंड बैरसिया में क्रियाशील हैं। उपस्वास्थ्य केंद्र स्तरीय जनआरोग्य समितियों को 50 हजार रुपए एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तरीय समितियों को 1 लाख 75 हजार रुपए उपलब्ध करवाए जाते हैं।

Related Articles