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चायनीज ठग ग्रुप के डायरेक्ट संपर्क में रह रहे दो मददगार गिरफ्तार

एमपी की पहली गैंग जो सीधा चायनीज ग्रुप के संपर्क में

भोपाल । सायबर क्राईम भोपाल की टीम ने चायनीज माड्यूल (टास्क फ्रॉड) के जरिये 90 लाख रूपये की घोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को इंदौर से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। अधिकारियो का कहना है कि यह मध्य प्रदेश की पहली ऐसी गैंग है, जो सीधा चायनीज ग्रुप के सम्पर्क में है। पकड़े गये एमपी के दोनो आरोपी टेलीग्राफ एप्पलीकेशन पर कई चायनीज ग्रुप में जुडे है, जो ट्रांसलेट कर चायनीज भाषा में खाता बेचने के लिये चैटिंग करते थे। चायनीज ठग ग्रुप को खाते उपलब्ध कराने के लिये पकड़े गये दोनो शातिर आरोपी कई फर्जी इंटरप्रायजेज के नाम पर करंट बैंक खाते तैयार करते और इसके बाद चायनीज आरोपियों को उनके द्वारा डेवलप की गयी प्राइवेट एप्पलीकेशन के जरिये खाते का फुल एक्सेस दे देते थे। इसके बाद शातिर आरोपी पुलिस से बचने के लिये बैंक एकांउट से संबंधित सभी जानकारियो को मिटा देता था। अति.पुलिस उपायुक्त शैलेंद्र सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया की बीते साल 5 दिसंबर 2023 को फरियादी संजय कुमार (परिवर्तित) निवासी थाना कटाराहिल्स, बागमुगालिया ने लिखित शिकायती आवेदन देते हुए बताया कि 16 नंवबर 2023 को टेलीग्राम पर निकिता नामक द्वारा पार्ट-टाईम जॉब के लिये मैसेज किया था। बातचीत करने पर बाद में टेलीग्राम पर नव्या नामक युवती ने अपने आपको सिमिलर बेब से होना बताते हुए एक वेबसाइट पर रजिस्टर करवाया और से टेलीग्राम पर कस्टूमरकेयर द्वारा गाइड किया गया 16 नंवबर 2023 से 4 दिसंबर 2023 के बीच सके साथ 90 हजार से अधिक की धोखाधड़ी कर ली गयी है। जांच में पता चला कि फरियादी ने ठगो द्वारा बताये गये 15 बैंक एकांउट में रकम जमा की थी। आगे की जॉच में हाथ लगे तकनीकी सुरागो के आधार पर सायबर क्राईम टीम ने टास्क फ्रॉड के लिये बैंक एकाउंट चायनीज आरोपियों के बेचने वाले आरोपी सतवीर सिंह (25) निवासी विजय नगर, इंदौर को इंदौर से और राहुल वसुनिया पिता जोहर सिंह 24 साल निवासी ग्राम साला, खलघाट, थाना धामनौद, तहसील धर्मुपरी, जिला धार को धार से गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियो ने बताया कि दोनो ही आरोपी 10वी और 12वीं तक पढ़े है।
* ऐसे होती थी ठगी
आरोपी सतवीर अपने साथियो की मदद से जरूरत मंद लोगों को पैसो का लालच देकर उनका करंट एकांउट बैंक में खुलवाता और फिर अन्य साथियो की मदद से वह बैंक एकांउट प्राप्त कर टेलीग्राफ में जुड़े चायनीज व्यक्तियों को बेचकर उस खाते की सारी जानकारी दे देता था। इसके बाद चायनीज ग्रुप उस एकांउट को फ्रॉड के लिये अपने सिस्टम में लगा देते। ठगी की रकम पाने के लिये बड़ी मात्रा में ट्रांजेक्शन करने के लिए ओटीपी की जरुरत होती है। जिसके लिए आरोपी अपने फोन में चायनीज आरोपियों द्वारा दिये गये कस्टम एण्ड्राईड एप्पलीकेशन को इंस्टाल कर लेता जिससे सारे ओटीपी उनके सिस्टम तक आसानी से पहुंच जाते। इस तरह आरोपी सतवीर सिंह चायनीज आरोपियों को भारत देश में फ्रॉड करने के लिये उनकी मदद करता। वहीं आरोपी राहुल वसुनिया ने अपने आधार, पेनकार्ड और अन्य दस्तावेजो से करंट खाता खुलवाया और अन्य फरार साथियो को दे दिया था। उसके फरार साथियो ने सतवीर को उसका बैंक खाता प्रदान किया और आरोपी सतवीर ने वह खाता को टेलीग्राफ एप्पलीकेशन के जरिये चायनीज ग्रुप के जेक्शन नामक व्यक्ति को दे दिया। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से टीम ने 5 मोबाईल फोन सिमकार्ड जप्त किये हैं। पकड़े गये आरोपियो से पूछताछ के आधार पर पुलिस चायनीज आरोपी के संबध में जानकारी जुटा रही है, वहीं गिरफ्तार आरोपियो के अन्य साथियों की भी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।

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