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विकास यात्रा छलावा मात्र, कई लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान: जमुनिया ग्रामीण

जमुनिया के आदिवासी धरने पर बैठे- 

सीहोर ।  जिला में ग्राम पंचायत रायपुरा के जमुनिया फार्म में आदिवासी वर्ग के ग्रामीण रहते हैं। वहां आज तक घरेलू बिजली नहीं पहुंची। ग्रामीण कई सालों से प्रशासन एवं एमपीईबी के अधिकारियों सहित नेताओं के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन आज तक उनकी समस्या हल नहीं हुई।ग्रामीण अपनी बुरी स्थिति से तंग आकर कांग्रेस नेता राजीव गुजराती के नेतृत्व में आदिवासियों की समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट गेट के पास धरने पर बैठ गए।
प्रदर्शन के दौरान आदिवासी ग्रामीणों ने कहा कि राज्य में शिवराज सरकार के कार्यकाल के दौरान ऐसे भी कई घर हैं जो बिना बिजली-पानी की व्यवस्था के जीवन बसर कर रहे हैं। ऐसे ही 50 घरों की बस्ती नगर से लगी हुई है। उस बस्ती के गरीब आदिवासी वर्ग के लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
आदिवासी लोग कर रहे असुविधा का सामना’
इस दौरान उन्होंने कहा कि विकास यात्रा छलावा सिर्फ छलावा है। कई लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में शिवराज सरकार के कार्यकाल के दौरान ऐसे भी कई घर हैं जो बिना बिजली-पानी की व्यवस्था के जीवन बसर कर रहे हैं। ऐसे ही 50 घरों की बस्ती नगर से लगी हुई है। उस बस्ती के गरीब आदिवासी वर्ग के लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदर्शनाकारियों ने कहा कि वे बिना बिजली-पानी के रह रहे हैं, जबकि ये उनका मौलिक अधिकार है। लेकिन अभी तक इस बारे में कोई भी सुनवाई नहीं हुई है। इसीलिए हमने आज कलेक्ट्रेट गेट के पास धरना दिया है। और जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक संघर्ष करेंगे।
जिला पंचायत सीईओ को सौंपा मांग पत्र
धरने के बाद युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव राजीव गुजराती ने किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष रघुवीर दांगी, जिला पंचायत सदस्य राजू राजपूत, शशांक सक्सेना, अनस खान, मनीष मेवाड़ा के साथ एक मांग पत्र जिला पंचायत सीईओ हर्ष सिंह को सौंपा। इस पर जिला पंचायत सीईओ ने जल्द ही एक सर्वे टीम गांव भेजकर ग्रामीणों की समस्याओं को हल कराने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर तुलसी राठौर, मुकेश ठाकुर, केके रिछारिया, भगत तोमर, रामगोपाल मुकाती, संतोष प्रजापति, यश यादव, तनीष त्यागी, हरिओम सिसोदिया, अभिषेक लोधी, विक्की विश्वकर्मा, शुभम त्यागी, अनिल सेन, हरिओम बिजौरी, मुकेश मेवाड़ा, सतीश जांगड़े, ममता बाई, सुरेश मेवाड़ा, भगवती बाई, सुगन बाई, शीलाबाई और जौरा बाई मौजूद थे।

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