SECL के खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोल किया अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू
कोरबा । वित्तीय वर्ष की समाप्ति को कुछ माह शेष हैं। इसे लेकर खदान प्रबंधनों पर लक्ष्य पूरा करने का दबाव है। इस चुनौती के बीच भू-विस्थापितों का आंदोलन भी हो रहा है। इस कड़ी में ऊजार्धानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति के बैनर तले अमगांव पंचायत के आश्रित मोहल्ले जोकाही डबरीपारा दर्राखांचा के ग्रामीणों ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। सैकड़ों की संख्या में महिला, पुरुष अमगांव पंचायत के जोकाही, डबरीपारा, दर्राखांचा फेस पर पंडाल लगाकर आंदोलन का आगाज किया गया है। दूसरे दिन भी ग्रामीण धरना स्थल पर डटे रहे। संगठन के केंद्रीय सचिव विजयपाल सिंह तंवर, गेवरा अध्यक्ष दीपक यादव, दीपका अध्यक्ष बसंत कुमार कंवर ने कहा कि सात वर्षों से मुआवजा, बसाहट को लेकर एसईसीएल और प्रशासन से गुहार लगाकर थक चुके हैं। प्रबंधन और प्रशासन ने एक दूसरे पर पाला डालकर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। प्रभावित अपनी समस्या के समाधान के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं। नेहरू नगर बातरी में बसाहट स्थल पर यथाशीघ्र समस्त सुविधाएं, ग्रामों के बेरोजगार युवाओं को रोजगार, पूर्व में जिन प्रभावितों का सर्व मूल्यांकन मुआवजा राशि का भुगतान किया जा चुका है। 100% सोलेशियम के साथ यथाशीघ्र भुगतान करने की मांग को लेकर थक चुके ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया है। मांगों पर सुनवाई व कार्यवाही नहीं होने पर चर्चा कर आंदोलन को तेज किया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि बरसों से अपने अधिकारों की समस्या को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सुनवाई अब तक किसी स्तर में नहीं हो पाया है। अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की शुरुआत की गयी है। मांगों पर प्रबंधन और प्रशासन के द्वारा सुनवाई नहीं किया जाएगा, तब तक अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।