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व्हाट्सएप गाइड ने बताया कि यूज़र्स गलत सूचना के प्रसार को कैसे रोक सकते हैं
व्हाट्सएप पर हमारे द्वारा की जाने वाली हर एक एक्टिविटी के मूल में सुरक्षा निहित है। इस प्रकार, हमने रिसोर्सेस और टूल्स के साथ यूज़र्स को सशक्त बनाने के लिए समर्पित प्रयास किए हैं, जो उन्हें गलत सूचना को पहचानने और इसके प्रसार को रोकने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
हालाँकि, कोई भी एकल एक्शन गलत सूचना और फर्जी खबरों को ऑनलाइन फैलने से रोकने में मदद नहीं कर सकता, फिर भी कुछ ऐसी सरल स्टेप्स हैं, जिनका पालन करके आप व्हाट्सएप पर अपने दोस्तों और परिवार के साथ बातचीत करते समय खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
समझें कि कोई मैसेज कब फॉरवर्ड किया गया है
व्हाट्सएप ने फॉरवर्ड किए हुए सभी मैसेजेस के लिए एक लेबल बनाया है। इसमें मैसेजेस को फॉरवर्ड करने की संख्या को सीमित कर दिया गया है, ताकि यूज़र्स को इन्हें शेयर करने से पहले पुनर्विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। ‘फॉरवर्ड लेबल्स’ (“forward labels”) वाले मैसेजेस पर सावधानीपूर्वक ध्यान देने से अफवाहों, वायरल मैसेजेस और फर्जी खबरों के प्रसार को कम करने में मदद मिलती है। उदाहरण के लिए, यदि कोई मैसेज पहले ही फॉरवर्ड किया जा चुका है, तो फिर इसे पाँच चैट्स तक ही फॉरवर्ड किया जा सकता है और यदि किसी मैसेज पर ‘फॉरवर्डेड मेनी टाइम्स’ का लेबल है, तो इसे एक समय में सिर्फ एक चैट पर ही फॉरवर्ड किया जा सकता है। हमने नई ग्रुप फॉरवर्डिंग लिमिट्स की भी शुरुआत की है, जहाँ ‘फॉरवर्डेड लेबल’ वाले मैसेजेस को एक समय में सिर्फ एक ग्रुप को ही फॉरवर्ड किया जा सकता है।
सस्पीशियस (संदिग्ध) एकाउंट्स को ब्लॉक करें और रिपोर्ट करें
एकाउंट्स को ब्लॉक करने (block accounts) और समस्या युक्त मैसेजेस का सामना करने की स्थिति में व्हाट्सएप, यूज़र्स को व्हाट्सएप को रिपोर्ट करने का एक आसान तरीका प्रदान करता है। लोग आपको मैसेजेस इसलिए भेज रहे हैं, क्योंकि उनका इरादा गलत सूचना को फैलाने का है या फिर यह आपसे पैसे ऐंठने का तरीका भी हो सकता है। इन बिंदुओं को समस्या युक्त मैसेजेस के उदाहरण के रूप में समझा जा सकता है। यदि आपको किसी अनजान व्यक्ति से कोई मैसेज प्राप्त होता है, तो व्हाट्सएप यूज़र्स को एक्शन लेने की जरुरत होने पर सेफ्टी टूल्स के साथ ही साथ कॉमन ग्रुप्स जैसी अतिरिक्त डिटेल्स के साथ उन्हें ब्लॉक करने का विकल्प प्रदान करेगा।
जिस जानकारी के बारे में आप निश्चित नहीं हैं, उसका फैक्ट को चेक करें
व्हाट्सएप यूज़र्स को संदिग्ध या गलत प्रतीत हो रही जानकारी की दोबारा जाँच करने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह गलत सूचना के प्रसार को रोकने में महत्वपूर्ण योगदान देता है। व्हाट्सएप ने फैक्ट चेक करने वाले 10 स्वतंत्र ऑर्गेनाइजेशंस के साथ साझेदारी की है, जो यूज़र्स को जानकारी की पहचान, रिव्यु और वेरीफाई करने में मदद करते हैं। व्हाट्सएप चैनल के लॉन्च के साथ, हमारा उद्देश्य लोगों को उनके लिए महत्वपूर्ण जानकारी ढूँढने में मदद करना है। वर्तमान समय में, कई ऐसे फैक्ट-चेकिंग ऑर्गेनाइजेशंस हैं, जिनके पास व्यापक फॉलोइंग है और वे लोगों को सटीक जानकारी प्रदान करने में मदद करने में सक्षम हैं। कुछ फैक्ट-चेकिंग चैनल्स हैं, जिन्हें फॉलो करके आप जानकारी को वेरीफाई कर सकते हैं और सटीक अपडेट्स प्राप्त कर सकते हैं। उपलब्ध फैक्ट-चेकिंग चैनल्स इस प्रकार हैं:
बूम फैक्ट-चेक (Boom Fact-Check)
फैक्ट क्रैसेन्डो (Fact Crescendo)
फैक्टली (Factly)
इंडिया टुडे फैक्ट चेक (India Today Fact Check)
न्यूज़चेकर (Newschecker)
न्यूज़मोबाइल (NewsMobile)
क्विंट वेबकूफ (Quint Webqoof)
द हेल्दी इंडियन प्रोजेक्ट (The Healthy Indian Project)
विश्वास न्यूज़ (Vishvas News)
न्यूज़मीटर फैक्टचेक (NewsMeter FactCheck)
ग्रुप प्राइवेसी सेटिंग्स को इनेबल करें
व्हाट्सएप की प्राइवेसी सेटिंग और ग्रुप इन्वाइट सिस्टम (privacy setting and group invite system) यूज़र्स को यह तय करने की अनुमति देते हैं कि उन्हें ग्रुप्स में कौन जोड़ सकता है। यह न सिर्फ यूज़र्स की प्राइवेसी को बढ़ाता है, बल्कि लोगों को आपको उन ग्रुप्स में जोड़ने से रोकता है, जिनका आप हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं। यदि आप स्वयं को संदिग्ध प्रतीत होने वाले किसी ग्रुप चैट में पाते हैं, तो आप उस ग्रुप विशेष से बाहर निकलने और इसे रिपोर्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं।
सामने दिखने वाली हर एक चीज़ पर विश्वास करने में सतर्क रहें
फर्जी खबरें अक्सर वायरल हो जाती हैं और फोटोज़, ऑडियो रिकॉर्डिंग्स और वीडियोज़ को एडिट किया जा सकता है, ताकि आपको गुमराह किया जा सके। भले ही किसी मैसेज को कई बार शेयर किया जा चुका हो, लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि वह सच हो। समझदारी यही कहती है कि यदि आप इस बात को लेकर निश्चित नहीं हैं कि संबंधित जानकारी सच है या नहीं, या फिर आप नहीं जानते कि आपको किसने मैसेज भेजा है, तो इसे फॉरवर्ड न करें। हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी का फैक्ट चेक करें।