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विधानसभा : जन अभियान परिषद की तरह बाकी विभागों के संविदा कर्मचारियों को नियमित क्यों नहीं किया : पीसी शर्मा

भोपाल । जन अभियान परिषद के संविदा कर्मचारियों को नियमित किया बाकी विभागों के संविदा कर्मचारियों को नियमित किए जाने ओर संविदा कर्मियों को नहीं किए को लेकर विधानसभा में वित्त विभाग से जानकारी मांगी। विधायक पीसी शर्मा ने विधानसभा में वित्त विभाग से प्रश्न पूछा था कि जिस तरह से जन अभियान परिषद के संविदा कर्मचारियों को नियमित किया है वैसे ही अन्य विभागों के संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जा सकता है । जन अभियान परिषद के संविदा कर्मचारियों को नियमित किए जाने के लिए अलग तरह की नीति तथा बाकी अन्य विभागों के संविदा कर्मचारियों को नियमित किए जाने के लिए अलग कवि की नीति ऐसी क्यों इसका जवाब वित्त विभाग और विभाग के मंत्री नहीं दे पाए। जवाब में वित्त विभाग में लिखा कि जानकारी एकत्रित की जा रही है।
विधानसभा में विधायक पीसी शर्मा ने यह प्रश्न पूछा था
क्या वित्त विभाग के योजना आर्थिक सांख्यिकी विभाग अंतर्गत जन अभियान परिषद के संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के लिए क्या कार्यवाही की गई है ? कब-कब कितने कर्मचारियों को नियमित किया गया/नियमित वेतनमान दिया गया है ? नियमितीकरण के समस्त आदेश-निर्देश, नस्ती की जानकारी दे तथा सामान्य प्रशासन विभाग और वित्त विभाग ने इस पर क्या अभिमत दिया गया है वह भी बतायें ? जिन संविदा कर्मचारियों को नियमित किया गया है उनकी प्रथम संविदा नियुक्ति के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई गई थी ? प्रथम नियुक्ति किस प्रकार की गई थी समस्त जानकारी प्रदान करें ?
जन अभियान परिषद की तरह अन्य विभागों के संविदा कर्मचारियों जैसे समग्र शिक्षा अभियान, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, खेल एवं युवक कल्याण विभाग, महिला बाल विकास विभाग, बाल भवन जैसे आदि विभागों में भी नियमित किया जायेगा यदि नहीं तो क्यों नहीं किया जायेगा ? 
जन अभियान परिषद के संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के लिए अलग प्रक्रिया क्यों अपनाई गई ? तथा शेष अन्य विभागों के संविदा कर्मचारियों के लिए नियमित करने के लिए अलग प्रक्रिया क्यों अपनाई जा रही है क्या यह भेद-भाव नहीं है ? क्या वित्त विभाग द्वारा जन अभियान परिषद के संविदा कर्मचारियों को जिस प्रकार से नियमित किया गया है और उस पर अभिमत दिया गया है उसी तरह अन्य विभागों के संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का अभिमत देगा यदि नहीं तो क्यों नहीं ? 

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