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भोपाल में जल चुनौतियों की पहचान तथा सामाजिक जनसंवेदना के लिए रोडमैप’’ विषय पर कार्यशाला आयोजित

सहित महापौर परिषद सदस्य एवं पार्षदगण हुए सम्मिलित 

भोपाल । शहर में जन चुनौतियों की पहचान तथा सामाजिक जनसंवेदना के लिए रोडमैप’’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन महापौर मालती राय के मुख्य आतिथ्य एवं नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी के विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यशाला का आयोजन मैनिट भोपाल द्वारा होटल एमपीटी लेकव्यू रेसीडेंसी श्यामला हिल्स भोपाल में किया गया। 
 नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने अपने उद्बोधन में प्रतिभागियों को शहरी जल प्रणाली की चुनौतियों की जटिलता के बारे में बताया और नागरिकों की भूमिका और पानी के प्रति उनके व्यक्तिगत व्यवहार पर भी जोर दिया। श्री सूर्यवंशी ने कहा कि नागरिकों को जल उपयोग के प्रति जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है तभी जल प्रबंधन की प्रक्रिया को पूर्ण किया जा सकता है। श्री सूर्यवंशी ने नलों को उपयोग के बाद तत्काल बंद करने, नागरिकों द्वारा आवश्यकता के अनुसार ही पानी का उपयोग करने तथा पानी की खपत को मापने के लिए पानी के मीटर लगाने आदि पर अपने विचार व्यक्त किये। 
 वरिष्ठ शिक्षाविद, वास्तुकार एवं योजनाकार डाॅ. अमोघ गुप्ता ने प्रोजेक्ट से जुड़े अपने अनुभवों को साझा किया और पानी की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें पानी के लिए स्वयं को बदलना आवश्यक है। कार्यशाला में सम्मिलित हुए महापौर परिषद के सदस्यगण एवं पार्षदगणों ने अपने अपने वार्ड से संबंधित पानी से जुड़ी चुनौतियों, समस्याओं और उनके द्वारा जनहित में किये जा रहे प्रयासों पर चर्चा की। कार्यशाला के तकनीकि सत्र में विभिन्न साधनों के माध्यम से वार्ड में पानी से संबंधित चर्चा को रोचक एवं सभी के लिए उपयोगी बनाया गया। कार्यशाला के समापन अवसर पर मैनिट भोपाल के प्रोफेसर डा. विनय मोहनदास ने सभी के प्रति आभार प्रगट किया। कार्यशाला में महापौर परिषद के सदस्य राजेश हिंगोरानी, मनोज राठौर, अशोक वाणी, जितेन्द्र शुक्ला,  आर.के.सिंह बघेल सहित पार्षदगण, पानी से संबंधित विशेषज्ञ, शोधकर्ता आदि मौजूद थे। 

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